बाघ के हमले से अधेड़ की मौत, पिपरा जंगल में दहशत
मृतक तीन दिन पहले छप्पर का सामान लेने जंगल गए थे और तभी से लापता थे। मंगलवार को ग्रामीणों ने घर से लगभग 500 मीटर की दूरी पर उनका शव देखा तो मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई।
बलरामपुर/जनमत न्यूज। जनपद के पचपेड़वा थाना क्षेत्र के पिपरा जंगल के पास मंगलवार शाम को 55 वर्षीय अधेड़ का शव क्षतिग्रस्त अवस्था में मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। बताया जा रहा है कि मृतक तीन दिन पहले छप्पर का सामान लेने जंगल गए थे और तभी से लापता थे। मंगलवार को ग्रामीणों ने घर से लगभग 500 मीटर की दूरी पर उनका शव देखा तो मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई।
मृतक की पहचान पिपरा निवासी विकास कुमार (55) के रूप में हुई है। शव के कई हिस्सों पर पंजों और दांतों के निशान पाए गए हैं, जिससे स्पष्ट है कि उन पर बाघ ने हमला किया था। तीन दिन से परिजन उनकी तलाश कर रहे थे और गुमशुदगी की सूचना पुलिस को दी गई थी।
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इस दर्दनाक हादसे के बाद गांव में मातम छा गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से पिपरा जंगल क्षेत्र में बाघ की मौजूदगी की सूचना मिल रही थी, लेकिन वन विभाग ने इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। लोगों ने मांग की है कि क्षेत्र में निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

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