मुजफ्फरनगर: अपराधियों में SSP संजय वर्मा का खौफ, अखिल भारत हिंदू महासभा ने किया सम्मानित

अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा को उनकी निडर, ईमानदार एवं प्रभावशाली प्रशासनिक कार्यशैली के लिए सम्मानित किया गया।

मुजफ्फरनगर: अपराधियों में SSP संजय वर्मा का खौफ, अखिल भारत हिंदू महासभा ने किया सम्मानित
Published By- Diwaker Mishra

मुजफ्फरनगर से संजय कुमार की रिपोर्ट

मुजफ्फरनगर /जनमत न्यूज़। उप्र के मुजफ्फरनगर जनपद के निडर कप्तान संजय वर्मा को अखिल भारत हिंदू महासभा ने सम्मानित किया है। अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा को उनकी निडर, ईमानदार एवं प्रभावशाली प्रशासनिक कार्यशैली के लिए सम्मानित किया गया।

लक्ष्मी नगर स्थित महासभा कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी संजय वर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर एवं भगवा पगड़ी पहनाकर सम्मान प्रदान किया।

सम्मान समारोह में मुख्य रूप से अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष योगेंद्र वर्मा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष साक्षी वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष (उप्र) अमित पहलवान, जिला प्रभारी पंडित गणेश गॉड, विनोद प्रजापति, नगर सचिव नितिन शर्मा एवं मोहित त्यागी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यक्रम अध्यक्ष योगेंद्र वर्मा ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा निर्भीक, ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी हैं, जिनके जनपद में कार्यभार संभालने के बाद अपराधियों में भय और आम जनता में विश्वास का माहौल बना है।

उन्होंने कहा कि श्री वर्मा की कार्यशैली अन्य अधिकारियों से अलग है, जिसमें त्वरित निर्णय क्षमता, पारदर्शिता और संवेदनशील पुलिसिंग स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।

योगेंद्र वर्मा ने हाल ही में मिमलाना की दलित बालिका की महाराष्ट्र से सकुशल बरामदगी का उल्लेख करते हुए कहा कि यह एसएसपी संजय वर्मा की सूझबूझ, मानवीय दृष्टिकोण और मजबूत पुलिस व्यवस्था का जीवंत उदाहरण है। ऐसे अनेक कार्य हैं, जो उन्हें एक आदर्श पुलिस अधिकारी के रूप में स्थापित करते हैं।

कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि एसएसपी संजय वर्मा अपनी निडर और सख्त कार्यशैली के चलते अपराधियों के लिए बुरे सपने बन चुके हैं। उनके जनपद में आने के बाद या तो अपराधी जेल की सलाखों के पीछे हैं या फिर जिला छोड़कर भागने को मजबूर हो गए हैं।

संगठन ने ऐसे कर्मठ और जुझारू अधिकारी को सम्मानित करते हुए गर्व की अनुभूति व्यक्त की। कार्यक्रम सौहार्दपूर्ण एवं अनुशासित वातावरण में संपन्न हुआ।