प्राथमिक विद्यालय बढ़ईनबाग का डीएम मोनिका रानी ने किया औचक निरीक्षण

विद्यालय के निरीक्षण के दौरान ज्ञात हुआ कि शिक्षक विशाखा सिंह और गिरजा यादव अवकाश प्रार्थना पत्र लगाकर छुट्टी पर गए हुए हैं।

प्राथमिक विद्यालय बढ़ईनबाग का डीएम मोनिका रानी ने किया औचक निरीक्षण

बहराइच: परिषदीय विद्यालयों के शिक्षण कार्य की गुणवत्ता, शिक्षक-शिक्षिकाओं और छात्र-छात्राओं की उपस्थिति, मध्यान्ह भोजन, निःशुल्क पुस्तक एवं ड्रेस वितरण, आधार फीडिंग, विद्यालय परिसर की साफ-सफाई तथा भवन आदि का जायजा लेने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी ने विकास खण्ड चित्तौरा अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय बढ़ईनबाग चित्तौरा का औचक निरीक्षण किया। 

विद्यालय के निरीक्षण के दौरान ज्ञात हुआ कि शिक्षक विशाखा सिंह और गिरजा यादव अवकाश प्रार्थना पत्र लगाकर छुट्टी पर गए हुए हैं। शिक्षकों के अवकाश के संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी से संपर्क करने पर पता चला कि संबंधित शिक्षकों का अवकाश स्वीकृत नहीं था। 

इस पर जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए अनुपस्थित शिक्षकों का एक दिन का वेतन बाधित करने का निर्देश दिया और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं में सुधार लाएं, अन्यथा संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

डीएम ने कक्षा 04 का निरीक्षण करते हुए छात्रा रानी से प्रदेश की राजधानी का नाम पूछा, जिस पर छात्रा ने संतोषजनक उत्तर दिया। कक्षा 02 और कक्षा 03 के निरीक्षण के दौरान डीएम ने छात्र-छात्राओं की कापियों का अवलोकन किया और पाया कि पिछले कुछ दिनों से कापियां चेक नहीं की गई थीं। डीएम ने प्रभारी प्रधानाध्यापक सईदुन निशा और शमा नफीस को निर्देश दिया कि डे-बाई-डे छात्र-छात्राओं की कापियां चेक की जाएं।

डीएम ने विद्यालय परिसर का निरीक्षण करते हुए दिव्यांग शौचालय, रसोई घर का निरीक्षण किया और मध्याह्न भोजन में तैयार की गई तहरी की गुणवत्ता को परखा। उन्होंने रसोई घर में उपलब्ध बर्तनों, उपकरणों और प्रयोग में लाए जाने वाले खाद्य पदार्थों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। डीएम ने खेलकूद मद में प्राप्त धनराशि से निर्मित बैडमिंटन कोर्ट को भी देखा और उससे संबंधित अभिलेखों का अवलोकन किया। 

डीएम ने निर्देश दिया कि विभिन्न मदों में प्राप्त धनराशि के व्यय से संबंधित अभिलेखों को सुव्यवस्थित ढंग से रखा जाए। उन्होंने शिक्षण स्टाफ को निर्देश दिया कि बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी दें और पढ़ाई के अलावा उन्हें खेल व अन्य गतिविधियों के लिए भी प्रेरित किया जाए।