दिल ना टूटे इसलिए सुनील गावस्कर ने वुमेंस टीम को चेताया, बोले- ये बेशर्म लोग...

हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 2 नवंबर की तारीख देशवासियों के लिए बेहद खास बना दिया।

दिल ना टूटे इसलिए सुनील गावस्कर ने वुमेंस टीम को चेताया, बोले- ये बेशर्म लोग...
Published By - Ambuj Mishra

नई दिल्ली/जनमत न्यूज़। हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 2 नवंबर की तारीख देशवासियों के लिए बेहद खास बना दिया। इस दिन वुमेंस टीम ने अपनी पहली आईसीसी ट्रॉफी उठाकर खिताब का सूखा खत्म किया। फाइनल में भारत ने साउथ अफ्रीका को 52 रनों से धूल चटाकर ट्रॉफी उठाई। 

भारत की इस जीत पर आईसीसी ने लगभग 40 करोड़ तो बीसीसीआई ने 51 करोड़ रुपए की प्राइज मनी का ऐलान किया। इसके अलावा अलग-अलग राजनेताओं और पार्टियों ने अपने-अपने राज्य की खिलाड़ियों के लिए प्राइज मनी का ऐलान किया। पैसों की इतनी बौछार होते हुए देखना, वुमेंस टीम के लिए किसी सपने जैसा होगा।

क्या कहा गावस्कर ने?

उनका दिल ना टूटे इसलिए दिग्गज क्रिकेटर व टीम इंडिया के पूर्व सदस्य सुनील गावस्कर ने एक बड़ी चेतावनी जारी की है। सुनील गावस्कर का कहना है कि जिसने भी उनसे जो वादे किए हैं और जो ईनाम देने की बात कही है, अगर वह उन्हें नहीं मिलते तो निराश न हों।

उनका कहना है कि बे बेशर्म लोग सिर्फ उनकी जीत का फायदा उठाकर अपना प्रमोशन कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने अपनी 1983 वर्ल्ड कप की जीत को भी याद किया। गावस्कर ने मिड-डे के अपने कॉलम में लिखा, "लड़कियों के लिए बस एक चेतावनी।

अगर वादा किए गए कुछ पुरस्कार आपको नहीं मिलते हैं, तो निराश न हों। भारत में, विज्ञापनदाता, ब्रांड और व्यक्ति जल्दी से इस दौड़ में शामिल हो जाते हैं और विजेताओं के कंधों पर अपना मुफ्त प्रचार पाने की कोशिश करते हैं।

टीम को बधाई देने वाले पूरे पन्ने के विज्ञापन और होर्डिंग्स पर एक नजर डालें। जब तक वे टीम और व्यक्तिगत खिलाड़ियों के प्रायोजक नहीं हैं, बाकी केवल अपने ब्रांड या खुद को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं और भारतीय क्रिकेट को गौरव दिलाने वालों को कुछ नहीं दे रहे हैं।"

अपने निजी अनुभव के बाद गावस्कर ने महिला टीम के लिए यह चेतावनी जारी की है। लिटिल मास्टर ने 1983 के वर्ल्ड कप में भारत की जीत के बाद उनसे और उनके साथियों से किए गए अधूरे वादों को याद किया, एक ऐसी जीत जिसने भारत को वर्ल्ड क्रिकेट में नई पहचान दी और आने वाली पीढ़ियों के लिए नए द्वार खोले।

फिर भी, इन प्रशंसाओं के बावजूद, कई वादे आज तक पूरे नहीं हुए हैं। फिर भी, गावस्कर को जनता से मिले प्यार और गर्मजोशी पर गर्व है, जिसे वह सच्ची सराहना मानते हैं। गावस्कर ने आगे कहा, "1983 की टीम से भी कई वादे किए गए थे और मीडिया ने उन्हें खूब कवरेज दी थी। लगभग सभी वादे कभी पूरे नहीं हुए।

मीडिया को दोष नहीं दिया जा सकता क्योंकि वे बड़ी-बड़ी घोषणाएं करके खुश थे, उन्हें यह एहसास ही नहीं था कि ये बेशर्म लोग उनका भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए लड़कियों, अगर ये बेशर्म लोग तुम्हारी जीत का इस्तेमाल खुद को बढ़ावा देने के लिए कर रहे हैं तो चिंता मत करो।

1983 के खिलाड़ी आपको बताएंगे कि इतने दशकों बाद भी, एक साधारण भारतीय क्रिकेट प्रेमी का प्यार और स्नेह हमारी सबसे बड़ी दौलत है और जब आप भी मैदान में उतरेंगे, तो यह आपकी भी दौलत होगी। एक बार फिर हार्दिक बधाई। देश को आप पर गर्व है। जय हिंद।"