स्वामी प्रसाद मौर्य ने हमले के बाद योगी सरकार पर किया तीखा हमला 

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि "पुलिस और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में मुझ पर हमला करने की कोशिश की गई, जो यह दिखाता है कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने हमले के बाद योगी सरकार पर किया तीखा हमला 
REPORTED BY - BHIM SHANKAR, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

फतेहपुर/जनमत न्यूज। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमले की कोशिश के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि "उत्तर प्रदेश जंगलराज का पर्याय बन गया है", जहां गुंडे, माफिया और अपराधी बेखौफ होकर जातीय पहचान के आधार पर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं, और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।

मीडिया से बातचीत करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि "पुलिस और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में मुझ पर हमला करने की कोशिश की गई, जो यह दिखाता है कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं। भाजपा संरक्षित गुंडे, खासकर मुख्यमंत्री की जाति से ताल्लुक रखने वाले अपराधी, कानून को खुली चुनौती दे रहे हैं। उन्हें लगता है कि मुख्यमंत्री उनके ही बिरादरी से हैं, इसलिए उन्हें कोई छू नहीं सकता।"

उन्होंने केंद्र सरकार की प्रस्तावित SIR योजना (Standardisation of Identity Requirements) पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि "SIR योजना एक बहाना है। इसके पीछे की असली मंशा दलितों, पिछड़ों और वंचित तबके को मतदान के अधिकार से वंचित करना है। अगर किसी के पास वोटर आईडी, आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्र हैं, तो फिर इस तरह की योजना लाने की क्या जरूरत?"

उन्होंने SIR को संविधान विरोधी बताते हुए कहा कि यह "SC/ST/OBC वर्ग के मताधिकार पर सीधा हमला है।" स्वामी प्रसाद मौर्य ने "भाजपा हटाओ, देश बचाओ" के नारे को दोहराते हुए कहा कि "प्रदेश को तबाही के रास्ते पर ले जाया जा रहा है। गरीबों के स्कूल बंद हो रहे हैं, शिक्षा महंगी हो गई है, शराब की दुकानें हर 400-500 मीटर पर खुल रही हैं। गरीब और ग्रामीण तबका को शिक्षा और विकास से दूर किया जा रहा है।" उन्होंने कहा कि यह सरकार जनविरोधी हो चुकी है और इसे सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।