पयामे इंसानियत फोरम ने पेश की मानवता की मिसाल, आर्थिक तंगी के कारण जेल में बंद दो कैदी रिहा

रायबरेली जिला कारागार में बंद दो कैदियों की रिहाई में अहम भूमिका निभाई है। ये दोनों कैदी कई वर्षों से केवल इसलिए जेल में बंद थे क्योंकि वे अपने ऊपर लगाए गए अर्थदंड की राशि चुकाने में असमर्थ थे।रायबरेली जिला कारागार में बंद दो कैदियों की रिहाई में अहम भूमिका निभाई है। ये दोनों कैदी कई वर्षों से केवल इसलिए जेल में बंद थे क्योंकि वे अपने ऊपर लगाए गए अर्थदंड की राशि चुकाने में असमर्थ थे।रायबरेली जिला कारागार में बंद दो कैदियों की रिहाई में अहम भूमिका निभाई है। ये दोनों कैदी कई वर्षों से केवल इसलिए जेल में बंद थे क्योंकि वे अपने ऊपर लगाए गए अर्थदंड की राशि चुकाने में असमर्थ थे।रायबरेली जिला कारागार में बंद दो कैदियों की रिहाई में अहम भूमिका निभाई है। ये दोनों कैदी कई वर्षों से केवल इसलिए जेल में बंद थे क्योंकि वे अपने ऊपर लगाए गए अर्थदंड की राशि चुकाने में असमर्थ थे।रायबरेली जिला कारागार में बंद दो कैदियों की रिहाई में अहम भूमिका निभाई है। ये दोनों कैदी कई वर्षों से केवल इसलिए जेल में बंद थे क्योंकि वे अपने ऊपर लगाए गए अर्थदंड की राशि चुकाने में असमर्थ थे।रायबरेली जिला कारागार में बंद दो कैदियों की रिहाई में अहम भूमिका निभाई है। ये दोनों कैदी कई वर्षों से केवल इसलिए जेल में बंद थे क्योंकि वे अपने ऊपर लगाए गए अर्थदंड की राशि चुकाने में असमर्थ थे।रायबरेली जिला कारागार में बंद दो कैदियों की रिहाई में अहम भूमिका निभाई है। ये दोनों कैदी कई वर्षों से केवल इसलिए जेल में बंद थे क्योंकि वे अपने ऊपर लगाए गए अर्थदंड की राशि चुकाने में असमर्थ थे।

पयामे इंसानियत फोरम ने पेश की मानवता की मिसाल, आर्थिक तंगी के कारण जेल में बंद दो कैदी रिहा
REPORTED BY - MAHATAB KHAN, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

रायबरेली/जनमत न्यूज। पयामे इंसानियत फोरम ने मानवता की एक मिसाल पेश करते हुए रायबरेली जिला कारागार में बंद दो कैदियों की रिहाई में अहम भूमिका निभाई है। ये दोनों कैदी कई वर्षों से केवल इसलिए जेल में बंद थे क्योंकि वे अपने ऊपर लगाए गए अर्थदंड की राशि चुकाने में असमर्थ थे।

जैसे ही फोरम के सदस्यों को जानकारी मिली कि कैदी आर्थिक तंगी के कारण रिहा नहीं हो पा रहे हैं, उन्होंने तत्परता से मदद का हाथ बढ़ाया और अर्थदंड की पूरी राशि खुद वहन कर दी। फोरम द्वारा राशि जमा किए जाने के बाद सोमवार को दोनों कैदियों, सरेनी निवासी दीपू मिश्रा और महाराजगंज थाना क्षेत्र के दुखी राम को रिहा कर दिया गया।

रिहाई के बाद दोनों कैदियों और उनके परिजनों ने फोरम के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। इस मानवीय पहल की सराहना जेल प्रशासन और अपर जिला जज ने भी की। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं और मानवता व करुणा का संदेश देते हैं। जेल प्रशासन ने आशा जताई है कि भविष्य में भी ऐसे संगठन जरूरतमंद कैदियों की मदद कर उन्हें समाज की मुख्यधारा में लौटने का अवसर देंगे।