चौथा वार्षिक रैम्बो क्विज़ 2025: प्रयागराज टीम विजेता, शाहजहाँपुर उपविजेता

रैम्बो क्विज़ ने छात्रों को विशेषज्ञों और साथियों के साथ समन्वय स्थापित करने का एक अद्भुत अवसर प्रदान किया, जो एक बौद्धिक रूप से सकारात्मक वातावरण को बढ़ावा देता है। कार्यक्रम में दर्शकों की भारी उपस्थिति रही।

चौथा वार्षिक रैम्बो क्विज़ 2025: प्रयागराज टीम विजेता, शाहजहाँपुर उपविजेता
Reported By: Shailendra Sharma,Published By: Satish Kashyap

लखनऊ/जनमत: रैम्बो क्विज़ ने छात्रों को विशेषज्ञों और साथियों के साथ समन्वय स्थापित करने का एक अद्भुत अवसर प्रदान किया, जो एक बौद्धिक रूप से सकारात्मक वातावरण को बढ़ावा देता है। कार्यक्रम में दर्शकों की भारी उपस्थिति रही।

चौथा वार्षिक इंटर-मेडिकल कॉलेज इंट्रास्टेट एमबीबीएस रैम्बो क्विज़ (RMLIMS Annual MBBS Microbiology Quiz) दिनांक 14 जून 2025 को डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित किया गया। इस प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों से 23 टीमों ने प्रतिभाग किया।

इस वर्ष प्रतियोगिता की शुरुआत 14 जून की सुबह एक प्रारंभिक चयन परीक्षा से हुई, जिसमें सभी 23 टीमों को माइक्रोबायोलॉजी और संक्रामक रोगों के विभिन्न विषयों पर परखा गया। इस रोमांचक चरण के पश्चात 5 टीमें शीर्ष पर रहीं और मुख्य क्विज़ राउंड के लिए चयनित हुईं। प्रत्येक टीम में 3 सदस्य शामिल थे। चयनित टीमें थीं: प्रयागराज, अलीगढ़, बहराइच, शाहजहाँपुर और गोरखपुर।

मुख्य क्विज़ राउंड के दौरान चयनित टीमों ने रैपिड फायर, केस स्टडीज़, पिक्शनरी और डम्ब शराड्स जैसे चुनौतीपूर्ण दौरों में भाग लिया, जिनमें गति और सटीकता दोनों की आवश्यकता थी। इन दौरों ने प्रतिभागियों को अपनी समस्याओं को सुलझाने की क्षमता और ज्ञान की गहराई का प्रदर्शन करने का एक सशक्त मंच प्रदान किया।

अंतिम राउंड में टीम प्रयागराज ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया, जो उनकी मजबूत तैयारी और सामंजस्यपूर्ण टीम वर्क का परिचायक था। टीम शाहजहाँपुर ने प्रथम उपविजेता (फर्स्ट रनर-अप) की स्थिति सुरक्षित करते हुए शानदार प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो. सी.एम. सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन विजेता और मेधावी टीमों के सम्मान समारोह के साथ हुआ, जिसका संचालन संस्थान की आयोजन सचिव प्रो. ज्योत्सना अग्रवाल द्वारा किया गया