एटा के कालिंदी घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां गंगा की भव्य आरती, भक्तिमय माहौल में उमड़ा जनसैलाब

एसएसपी ने जल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि “मानव जीवन को प्रभावित करने की क्षमता यदि किसी तत्व में है, तो वह जल है।”

एटा के कालिंदी घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां गंगा की भव्य आरती, भक्तिमय माहौल में उमड़ा जनसैलाब
REPORTED BY - NAND KUMAR, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

एटा/जनमत न्यूज। नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत मंगलवार को एटा जिले के कालिंदी घाट पर वैदिक रीति-विधान से मां गंगा की भव्य आरती संपन्न हुई। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे और उन्होंने दीपदान कर गंगा स्वच्छता एवं संरक्षण का संदेश दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत बुलंदशहर के नरौरा गंगा घाट से आए पांच पुरोहितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार और वेदपाठ के साथ हुई। मंत्रों की गूंज और दीपों की ज्योति से पूरा घाट भक्तिमय हो उठा।

इस मौके पर एसएसपी श्याम नारायन सिंह ने गंगा नदी को जीवनदायिनी बताते हुए कहा कि मां गंगा तीनों लोकों — स्वर्ग, पृथ्वी और पाताल — में विद्यमान हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति का पूरा ताना-बाना गंगा के इर्द-गिर्द बुना गया है, और गंगा सनातन संस्कृति को जोड़ने में एक मील का पत्थर साबित होंगी। एसएसपी ने जल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि “मानव जीवन को प्रभावित करने की क्षमता यदि किसी तत्व में है, तो वह जल है।” उन्होंने नदियों की सांस्कृतिक चेतना को पुनर्जीवित करने को भागीरथी प्रयास बताया और गंगा के प्रति आस्था बनाए रखने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में ग्राम नगला जगरूप में भी वाराणसी की तर्ज पर दिव्य एवं भव्य गंगा आरती का आयोजन हुआ। नदी तट पर भक्तिमय वातावरण में गंगा महिमा का गुणगान किया गया और स्कूली छात्र–छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।

आरती के दौरान बुलंदशहर राजघाट से आए आचार्यगणों ने वैदिक मंत्रों के बीच गंगा आरती संपन्न कराई। अतिथियों और श्रद्धालुओं ने दीपदान करते हुए गंगा स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

मुख्य अतिथि विधायक मारहरा वीरेंद्र सिंह लोधी ने गंगा की पवित्रता और जीवनदायिनी स्वरूप पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस पुनीत अवसर पर घाट को भविष्य में कालिंदी घाट के नाम से जाना जाएगा और यहां सौंदर्यकरण कार्य कराया जाएगा।

वहीं मुख्य विकास अधिकारी डॉ. नागेंद्र नारायण मिश्रा ने नदियों की सामाजिक और पर्यावरणीय भूमिका पर विचार व्यक्त किए और सभी से नदियों को स्वच्छ रखने की अपील की।

कार्यक्रम में विधायक वीरेंद्र सिंह लोधी, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. नागेंद्र नारायण मिश्रा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति, अधिकारी, आचार्य गण, छात्र-छात्राएं और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।