गाजा संघर्ष: नेतन्याहू का ऐलान – जिंदा या मुर्दा, सभी बंधक वापस लाए जाएंगे

गाजा में जारी विनाश के बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दोहराया है कि उनके कब्जे में लिए गए सभी नागरिक – चाहे जीवित हों या मृत – एक दिन जरूर वापस लाए जाएंगे।...

गाजा संघर्ष: नेतन्याहू का ऐलान – जिंदा या मुर्दा, सभी बंधक वापस लाए जाएंगे
Published By: Satish Kashyap

देश/विदेश (जनमत):गाजा में जारी विनाश के बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दोहराया है कि उनके कब्जे में लिए गए सभी नागरिक – चाहे जीवित हों या मृत – एक दिन जरूर वापस लाए जाएंगे। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब 10 इजरायली बंधकों की रिहाई को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

सोमवार को हुए इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 52 लोगों की जान चली गई। इसके साथ ही गाजा में राहत सामग्री की आपूर्ति को रोके जाने पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा नेतन्याहू की आलोचना भी हो रही है।

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अपने बयान में कहा, “चाहे आज हो या कल, हम सभी बंधकों को वापस लाएंगे, हमारी कोशिशें जारी रहेंगी। जिंदा हों या मृत, कोई पीछे नहीं छूटेगा।”

गौरतलब है कि अक्टूबर 2023 में हुए हमले में 251 लोगों को हमास द्वारा बंधक बनाया गया था, जिनमें से 34 की मौत की पुष्टि इजरायली सेना कर चुकी है। अब भी 57 बंधक गाजा में फंसे हुए हैं।

इस बीच, हमास ने कथित रूप से अमेरिका द्वारा प्रस्तावित संघर्षविराम योजना को मंजूरी दी थी, लेकिन कुछ ही समय बाद अमेरिकी प्रतिनिधि के प्रवक्ता ने बताया कि हमास इस प्रस्ताव को मानने को तैयार नहीं है। अमेरिकी राजदूत ने भी कहा कि हमास ने एक बार फिर निराश किया है।

इजरायली सेना ने सोमवार सुबह गाजा के फहमी-अल-जरजावी स्कूल पर हवाई हमला किया, जहां बड़ी संख्या में विस्थापित लोग शरण लिए हुए थे। इस हमले में कम से कम 33 लोगों की मौत हो गई, जिनमें कई बच्चे भी शामिल हैं। सेना का दावा है कि इस स्कूल में हमास के आतंकियों की मौजूदगी थी और यह हमला आम नागरिकों को बचाते हुए किया गया।

एक अन्य हमले में 19 और लोगों की जान चली गई। इस घटनाक्रम पर यूरोप और अरब देशों के नेताओं ने एकजुट होकर अपील की है कि युद्ध तुरंत रोका जाए, इसे “अमानवीय” बताया गया है। वहीं इजरायल का रुख स्पष्ट है – जब तक सभी बंधक वापस नहीं आते और हमास का अंत नहीं होता, तब तक युद्धविराम संभव नहीं है।