हार्ट अटैक के मरीजों को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पहल

ह इंजेक्शन बाजार में करीब 40 से 50 हजार रुपये में मिलता है। अभी तक इसे कुछ चुनिंदा अस्पतालों में उपलब्ध कराया गया था, लेकिन अब सभी मुख्य चिकित्साधिकायिों को इस इंजेक्शन की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं।प्रदेश के हर अस्पताल में हार्ट अटैक के बाद मरीज पहुंचते हैं। जब तक उन्हें कार्डियोलॉजी विभाग तक पहुंचाया जाता है तब तक काफी देर हो जाती है।

हार्ट अटैक के मरीजों को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पहल
Published By - ANKUSH PAL

लखनऊ (जनमत) :- स्वास्थ्य विभाग हार्ट अटैक के मरीजों को बचाने के लिए सभी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों एवं प्रमुख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में निशुल्क इंजेक्शन की सुविधा उपलब्ध करा रही है। यह इंजेक्शन बाजार में करीब 40 से 50 हजार रुपये में मिलता है। अभी तक इसे कुछ चुनिंदा अस्पतालों में उपलब्ध कराया गया था, लेकिन अब सभी मुख्य चिकित्साधिकायिों को इस इंजेक्शन की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं।प्रदेश के हर अस्पताल में हार्ट अटैक के बाद मरीज पहुंचते हैं। जब तक उन्हें कार्डियोलॉजी विभाग तक पहुंचाया जाता है तब तक काफी देर हो जाती है। ऐसे में तय किया गया कि टेनेक्टेप्लाज या स्ट्रेप्टोकाइनेज का इंजेक्शन लगा दिया जाए। इसके बाद मरीज को सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में रेफर किया जाए तो उनकी जान बचाने में सहूलियत होगी। क्योंकि इस इंजेक्शन लगने के बाद क्लाटिंग की संभावना कम हो जाती है।

ऐसे में अब हब एंड स्पोक मॉडल के तहत केजीएमयू, लोहिया संस्थान, एसडीपीजीआई के साथ ही वाराणसी के बीएचयू, आयुर्विज्ञान संस्थान सैफई, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज की इमरजेंसी में यह इंजेक्शन उपलब्ध कराए गए। अब इसे सभी जिला अस्पतालों में भी उपलब्ध कराया जा रहा है। जिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों की संख्या अधिक होती है, वहां भी इसे रखने के निर्देश दिए गए हैं।