गैड़ास बुजुर्ग आत्मदाह कांड: आरोपी दरोगा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी, हाईकोर्ट ने जताई नाराज़गी

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चार्जशीट दाखिल करने में देरी पर नाराज़गी जताई और पुलिस को जांच शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए।

गैड़ास बुजुर्ग आत्मदाह कांड: आरोपी दरोगा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी, हाईकोर्ट ने जताई नाराज़गी
REPORTED BY - GULAM NABI, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

बलरामपुर/जनमत न्यूज। जनपद के चर्चित गैड़ास बुजुर्ग आत्मदाह प्रकरण में पुलिस अब आरोपी दरोगा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में जुट गई है। शासन से अभियोजन स्वीकृति मिलने के बाद विवेचना अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। इस मामले ने एक बार फिर सुर्खियां तब बटोरीं जब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चार्जशीट दाखिल करने में देरी पर नाराज़गी जताई और पुलिस को जांच शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए।

मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक गोंडा राधेश्याम राय के नेतृत्व में चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, अधिकांश साक्ष्य एकत्र कर लिए गए हैं और संभावना है कि नवंबर के अंत तक चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। शासन ने 24 अक्टूबर 2025 को दरोगा के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दी थी, जिसके बाद रिपोर्ट हाईकोर्ट में प्रस्तुत की गई। अदालत ने सोमवार को हुई सुनवाई में शासन की प्रगति रिपोर्ट पर संतोष जताते हुए जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए।

गौरतलब है कि यह मामला तब सुर्खियों में आया था जब गैड़ास बुजुर्ग थाने के सामने दलित युवक राम बुझारत ने आत्मदाह कर लिया था। परिजनों ने तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक पवन कुमार कनौजिया पर गंभीर आरोप लगाए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच एसआईटी को सौंपी गई, जिसने दरोगा को नामजद आरोपी बनाया।

करीब 14 महीने तक धीमी गति से चली जांच अब रफ्तार पकड़ चुकी है। फिलहाल आरोपी दरोगा पवन कुमार कनौजिया अंतरिम जमानत पर हैं और वर्तमान में आईजी कार्यालय देवीपाटन मंडल में तैनात हैं। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, चार्जशीट दाखिल होते ही उनके खिलाफ निलंबन और विभागीय कार्रवाई की संभावना है।

हाईकोर्ट के सख्त रुख के बाद पुलिस और शासन दोनों स्तरों पर मामले की सक्रिय निगरानी की जा रही है ताकि न्यायिक प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।