ताजमहल में आग कैसे लगी? गेट के पास धुआं और लपटें देख पर्यटकों में मचा हड़कंप, ASI ने संभाली स्थिति
आगरा में ताजमहल के दक्षिणी गेट पर वायरिंग में शॉर्ट सर्किट से धुआं उठने से मचा हड़कंप। ASI और टॉरेंट पावर टीम ने तुरंत आग पर काबू पाया, कोई नुकसान नहीं।

जनमत न्यूज़ / आगरा: विश्व धरोहर ताजमहल में सोमवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब दक्षिणी गेट के ऊपर से अचानक धुआं उठता दिखाई दिया। स्थानीय लोगों और सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत इसकी सूचना भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को दी। जांच में पता चला कि छत पर लगी वायरिंग में शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी, जिससे कुछ देर के लिए धुआं फैल गया।
जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 10 बजे ताजमहल के साउथ गेट (दक्षिणी द्वार) के ऊपर की छत पर लगी वायरिंग में अचानक स्पार्किंग हुई, जिसके बाद वहां से धुएं के गुबार उठने लगे। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर मौजूद एएसआई कर्मियों ने तुरंत बिजली सप्लाई बंद कर दी और हालात पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी।
घटना की सूचना पर टॉरेंट पावर की टीम मौके पर पहुंची और सुरक्षा कारणों से करीब दो घंटे का शटडाउन लेकर मरम्मत कार्य शुरू किया। टीम ने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया। राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी भी तरह की जानमाल की हानि नहीं हुई।
ASI अधिकारियों ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी। घटना के समय ताजमहल के दक्षिणी गेट से पर्यटकों का प्रवेश पहले से ही प्रतिबंधित (2018 से बंद) था, इसलिए आग लगने के दौरान कोई भी पर्यटक उस क्षेत्र में मौजूद नहीं था। सावधानी बरतते हुए एएसआई ने पूरे परिसर की विद्युत वायरिंग और सिस्टम की जांच शुरू कर दी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, “अचानक धुआं उठने से सब घबरा गए थे। लेकिन एएसआई कर्मियों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी, जिससे स्थिति काबू में रही।”