अब चौके-छक्के लगाएंगे धीरेंद्र शास्त्री और देवकीनंदन ठाकुर! शुरू हो रही ‘सनातन क्रिकेट लीग’, जानिए क्या है ...

धार्मिक जगत के चार बड़े संत — धीरेंद्र शास्त्री, देवकीनंदन ठाकुर, इंद्रेश उपाध्याय और चिन्मयानंद — बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए ‘सनातन क्रिकेट लीग’ में उतरेंगे।

अब चौके-छक्के लगाएंगे धीरेंद्र शास्त्री और देवकीनंदन ठाकुर! शुरू हो रही ‘सनातन क्रिकेट लीग’, जानिए क्या है ...
Published By- A.K. Mishra

जनमत न्यूज़/न्यूज़ डेस्क: धार्मिक जगत के लोकप्रिय संत अब क्रिकेट मैदान में उतरने जा रहे हैं। 18 अक्टूबर 2025 को दिल्ली के करनैल सिंह स्टेडियम, पहाड़गंज में "सनातन न्यास फाउंडेशन" द्वारा एक चैरिटी क्रिकेट टूर्नामेंट — ‘सनातन क्रिकेट लीग’ — का आयोजन किया जा रहा है।
इस विशेष आयोजन का उद्देश्य हिमाचल, पंजाब और उत्तराखंड में आई विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित परिवारों की सहायता और पुनर्वास के लिए धन और जागरूकता जुटाना है।

इस एक दिवसीय मैत्रीपूर्ण लीग में चार प्रमुख युवा धर्माचार्य अपनी-अपनी टीमों की कप्तानी करेंगे। इनमें शामिल हैं:

  • देवकीनंदन ठाकुर महाराज (प्रियाकांतजू मंदिर, वृंदावन)

  • बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री महाराज

  • सरस कथा प्रवक्ता इंद्रेश उपाध्याय महाराज

  • रामकथा प्रवक्ता चिन्मयानंद महाराज

आयोजन सुबह 9:30 बजे से शुरू होगा और प्रवेश निःशुल्क रहेगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इसमें भाग लेकर सहयोग कर सकें।

सनातन न्यास फाउंडेशन के अनुसार, इस लीग से प्राप्त दान राशि से बाढ़ पीड़ितों को राशन, कपड़े, फर्नीचर, बर्तन, अनाज और बिस्तर जैसी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जाएंगी। लक्ष्य है कि जिन परिवारों के घर-बार नष्ट हो गए हैं और जो राहत शिविरों में रह रहे हैं, उन्हें शीघ्र पुनर्वास मिल सके।

देवकीनंदन ठाकुर के तीखे बयान

आयोजन की घोषणा के दौरान देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने कई सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर अपने विचार रखे।
उन्होंने कहा कि — “बंगाल भारत का हिस्सा है और वहां ‘जय श्री राम’ का नारा हर कोने में गूंजेगा। 100 करोड़ सनातनियों का सम्मान होना चाहिए, भगवान का मज़ाक उड़ाना बंद होना चाहिए।” उन्होंने मथुरा की कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के निर्माण और काशी विश्वनाथ मंदिर की स्वतंत्रता की भी मांग की।

‘भगवान के लिए भी खुले कोर्ट’: देवकीनंदन की मांग

महाराज ने कहा, “जब आतंकवादियों के लिए रात में कोर्ट खुल सकता है, तो भगवान श्रीकृष्ण के लिए न्याय का स्थान क्यों नहीं?”

उन्होंने आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे स्थित कथित गोविंद मंदिर स्थल की जांच की भी मांग की और कहा कि भारत में किसी भी मंदिर का प्रबंधन सरकार के अधीन नहीं होना चाहिए। साथ ही, उन्होंने एक ‘सनातन बोर्ड’ गठित करने की अपील की, जो मंदिरों और गौ माता की सुरक्षा सुनिश्चित करे।