"समाजवादी पार्टी कार्यालय" की बिल्डिंग को लेकर विवाद हुआ शुरू...
Controversy erupts over the building of the Samajwadi Party office.
फतेहपुर (जनमत) :- यूपी के फतेहपुर जिले आज समाजवादी पार्टी कार्यालय की बिल्डिंग को लेकर नया विवाद शुरू हो गया। सपा कार्यालय की निर्माणाधीन बिल्डिंग को एक महिला ने खुद की जमीन में बने होने का दावा करते हुए कहा कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह समाजवादी पार्टी कार्यालय के अंदर घुसकर आत्महत्या कर लेगी। शिकायतकर्ता दंपति ने मुख्यमंत्री योगी से हाथ जोड़कर लगाई गुहार, मुख्य सचिव को शिकायती पत्र भेजकर मांगा इंसाफ।
फतेहपुर जिले के शादीपुर स्थित बने सपा कार्यालय की जमीन को उमा देवी ने खुद की जमीन होने का दावा किया है। उमा देवी ने बताया कि उसके ससुर ने इस जमीन को खरीदा था उसके नाम और वह लोग महाराष्ट्र व्यापार के लिए चले गए। जब वह लोगों ने पेपर देखकर अपनी जमीन की खोज कर नगर पालिका में दाखिल खारिज के पेपर को लेकर आज मीडिया के समक्ष प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिले के जिम्मेदार अधिकारियों से लगाकर मुख्य सचिव को शिकायती पत्र भेजकर लेखपाल पर सपाइयों से मिले होने और घर बैठे फर्जी रिपोर्ट लगाने का आरोप लगाया है।
चंद्र प्रकाश दुबे ने बताया कि उसके पिता ने 03.08.1999 में जमीन की रजिस्ट्री जमीन मालिक मोहम्मद सलीम पुत्र अब्दुल करमी निवासी जोशियाना से 50x 25 की चौहद्दी का बैनामा करवाया जबकि उसकी जमीन के अगल बगल के प्लाट मालिकों के नाम दर्ज है। वहीं पीड़ित दंपति ने कहा कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह समाजवादी पार्टी कार्यालय खुला देख वहां आत्महत्या कर लेगी।
वहीं इस मामले में सपा जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि इस जमीन को तत्कालीन जिला अध्यक्ष राम शरण यादव ने शिवनारायण मिश्रा पुत्र प्रताप नारायण मिश्रा से मई 2000 में खरीद कर निर्माण कार्य करवाया था। अगर उन्हें कोई आपत्ति है तो कोर्ट आकर अपने सारे पेपर लेकर आए। महिला के द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है कि वह समाजवादी पार्टी के नाम दर्ज जमीन पर ही निर्माण कार्य करवाया गया है। समाजवादी पार्टी कार्यालय के बगल में 30 फीट की रास्ता की जमीन दर्ज है।