एक तरफ कुआं तो एक तरफ खाई, आखिर नीतीश बाबू जाए तो जाएं कहां
नीतीश कुमार की खामोशी बता रही है अगर नीताश कुमार बीजोपी के साथ अब और ज्यादा दिन तक रहे तो उनकी पार्टी में फुट डालो राज करो वाली रणनीती बीजेपी चल देगी जो शायद चल भी रही है.

बिहार/जनमत/04 जनवरी 2025। पिछले कई दिनों से बिहार की राजनिती में भूचाल मचा हुआ है. जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे सियासी सरगमियां भी तेज हो गई है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिन्हें पलटु राम भी कहा जाता है उनके एक बार फिर से करवट फेरने की सुगबुगाहट जारी है. नीतीश कुमार काफी दिनों से बड़े शांत नजर आ रहे हैं
नीतीश कुमार की खामोशी बता रही है अगर नीताश कुमार बीजोपी के साथ अब और ज्यादा दिन तक रहे तो उनकी पार्टी में फुट डालो राज करो वाली रणनीती बीजेपी चल देगी जो शायद चल भी रही है. ऐसा कहा जा रहा है कि जेडीयू के 10 सांसद बीजेपी के संपर्क में है जिससे अब नीतीश कुमार को ये डर सता रहा है कि कहीं उनकी भी पार्टी का वही हाल ना हो जो महाराष्ट्र में एनसापी और शिवसेना का हुआ है.
वहीं अब इस खबर पर खुद शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने भी मुहर लगा दी है. संजय राउत ने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए बोले कि बीजेपी जेडीयू के सांसदों को तोड़ने जा रही है. तो वहीं अब अगर नीताश कुमार एक बार फिर से आरजेडी के साथ आते हैं तो उनपर बिहार की कुर्सी छोड़ने का दबाव बनाया जाएगा यानि कि नीतीश कुमार के लिए एक तरफ खाई है तो एक तरफ कुआं मतलब साफ है कि इस बार की कुर्सी नीतीश बाबू के लिए आसान नहीं है.
वहीं नीताश कुमार की कस्मकस को बढ़ाने के लिए बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी इस बार मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर कोई भी समझौता करने के मुड में नजर नहीं आ रहे हैं तभी तो उन्होंने कहा है कि इस बार चाचा के लिए नो एंट्री है. तो वहीं आरजेडी प्रमुख लालु प्रसाद यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार के लिए आरजेडी के दरवाजे खुले हुए है. जिससे नीतीश कुमार के मिलाप को लेकर आरजेडी में आपसी मतभेद नजर आ रहे है. लेकिन ये मतभेद अगर राजनीतिक रूप से देखा जाए तो यह सब कुछ एक तरह से सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टुटे वाली कवायद है जिससे यानि मछली जाल में फंसी तो ठीक नहीं तो ये भी कह दिया जाएगा कि हमने तो पहले ही कहा था कि नीतीश कुमार के लिए नो एंट्री है.