विप्रो के नतीजे बेहतर, लेकिन ग्लोबल दबाव से बाजारों पर बने रहेंगे जोखिम

Share Market News:फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की चेतावनी के बाद वैश्विक बाजारों में हलचल देखी गई। अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख देखने को मिला।

विप्रो के नतीजे बेहतर, लेकिन ग्लोबल दबाव से बाजारों पर बने रहेंगे जोखिम
Published By: Satish Kashyap

फेड चेयरमैन की सख्त टिप्पणी के बाद बाजारों में उथल-पुथल, सेंसेक्स-निफ्टी पर दबाव के संकेत

फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की चेतावनी के बाद वैश्विक बाजारों में हलचल देखी गई। अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख देखने को मिला। इस बीच, गिफ्ट निफ्टी 23,343 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था, जो कि निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले क्लोजिंग से लगभग 90 अंक नीचे है। यह घरेलू बाजारों के लिए कमजोर शुरुआत के संकेत देता है।

भारतीय बाजारों की पिछली रैली पर ब्रेक लग सकता है

बुधवार को भारतीय शेयर बाजारों में लगातार तीसरे दिन तेजी रही। सेंसेक्स 309.40 अंक या 0.40% चढ़कर 77,044.29 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 50 ने 108.65 अंक या 0.47% की बढ़त के साथ 23,437.20 पर क्लोजिंग दी। लेकिन गुरुवार को कमजोर ग्लोबल संकेतों के चलते बाजार दबाव में आ सकते हैं।

एशियाई बाजारों में मिला-जुला कारोबार

वॉल स्ट्रीट में गिरावट के बावजूद एशियाई बाजारों में कुछ जगहों पर तेजी देखी गई। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 0.59% ऊपर रहा, जबकि टॉपिक्स में 0.26% की तेजी आई। दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.41% और कोस्डैक 1.02% मजबूत हुए। हालांकि, हांगकांग के हैंग सेंग फ्यूचर्स में कमजोर शुरुआत के संकेत मिले।

अमेरिकी बाजारों में जोरदार गिरावट

बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। डॉऊ जोन्स 699.57 अंक (1.73%) टूटकर 39,669.39 पर बंद हुआ। वहीं, S&P 500 में 2.24% और नैस्डैक में 3.07% की गिरावट आई।

टेक कंपनियों के शेयरों में भी भारी बिकवाली हुई। एनवीडिया 6.9%, एएमडी 7.3%, टेस्ला 4.94%, अमेजन 3.93%, एप्पल 3.89%, और माइक्रोसॉफ्ट 3.66% टूटे।

जेरोम पॉवेल की टिप्पणी से बढ़ी अनिश्चितता

फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने संकेत दिए कि ब्याज दरों को घटाने से पहले अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर और अधिक डेटा की आवश्यकता होगी। साथ ही उन्होंने आगाह किया कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियाँ महंगाई और रोजगार को प्रभावित कर सकती हैं, जो फेड के लक्ष्यों के विपरीत है।

विप्रो के नतीजे: मामूली बढ़त

विप्रो ने मार्च 2025 को समाप्त तिमाही के लिए 3,569.6 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले तिमाही से 6.4% ज्यादा है। कंपनी की आईटी सर्विसेज से होने वाली आय 0.7% बढ़कर 22,445.3 करोड़ रुपये रही।