अस्पताल में डॉक्टरों, मरीजों और स्टाफ सहित 55 लोग फंसे
गाजा पट्टी इस समय दोहरी मार झेल रही है — एक तरफ इजरायली बमबारी का कहर है, दूसरी ओर गहराता भुखमरी का संकट। इजरायल ने अपने नए ज़मीनी सैन्य अभियान के तहत एक ही दिन में 151 फिलिस्तीनियों को मार गिराया...

देश/विदेश (जनमत): गाजा पट्टी इस समय दोहरी मार झेल रही है — एक तरफ इजरायली बमबारी का कहर है, दूसरी ओर गहराता भुखमरी का संकट। इजरायल ने अपने नए ज़मीनी सैन्य अभियान के तहत एक ही दिन में 151 फिलिस्तीनियों को मार गिराया। इस बीच उत्तरी गाजा में स्थित इंडोनेशियाई अस्पताल को भी इजरायली सेना ने घेर लिया है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भुखमरी से जूझ रहे गाजा निवासियों को राहत सामग्री देने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद वहां "मूलभूत मात्रा में भोजन" भेजा जाएगा, ताकि आम नागरिकों की ज़रूरतें पूरी हो सकें। हालांकि, यह ऐलान तब आया है जब इजरायली सेना ने "गिदओन्स चारियट्स" नामक सबसे बड़ा ज़मीनी अभियान शुरू कर दिया है, जिसका उद्देश्य हमास को पूरी तरह खत्म करना बताया गया है।
इंडोनेशियाई अस्पताल में फंसे मरीज और स्टाफ
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा सिटी में स्थित इंडोनेशियन अस्पताल को चारों तरफ से इजरायली सेना ने घेर लिया है। सेना को संदेह है कि वहां हमास के लड़ाके छिपे हुए हैं। अस्पताल के निदेशक डॉ. मरवान अल-सुल्तान ने बताया कि अस्पताल में इस समय 55 लोग फंसे हुए हैं, जिनमें डॉक्टर, मरीज और अन्य स्टाफ शामिल हैं।
5 लाख लोग भुखमरी के कगार पर
Euronews की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि गाजा में करीब 5 लाख लोग भयंकर भूख का सामना कर रहे हैं, जबकि 10 लाख से अधिक लोग कुपोषण की स्थिति में हैं। इस मानवीय संकट के मद्देनज़र नेतन्याहू ने साफ किया है कि जो भी मदद भेजी जाएगी, वह किसी भी हालत में हमास के कब्जे में नहीं जानी चाहिए।
करीब तीन महीने की नाकाबंदी के बाद इजरायल सरकार ने यह फैसला लिया है। रिपोर्टों के अनुसार, यह मानवीय राहत अभियान इजरायल की व्यापक सैन्य योजना का हिस्सा है, जिससे गाजा में सैन्य कार्रवाई को और तेज किया जा सके।