अपटा हत्याकांड के मुख्य गवाह पर जानलेवा हमला, बदमाशों ने चलायी ताबड़तोड़ गोलियां, बाल–बाल बचे गवाह और सुरक्षाकर्मी

ऊंचाहार क्षेत्र में बहुचर्चित अपटा हत्याकांड के मुख्य गवाह कृष्ण कुमार तिवारी और उनके सुरक्षाकर्मी ईश्वर प्रसाद झुककर किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल रहे। वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया और मौके पर भारी पुलिस बल पहुंच गया।

अपटा हत्याकांड के मुख्य गवाह पर जानलेवा हमला, बदमाशों ने चलायी ताबड़तोड़ गोलियां, बाल–बाल बचे गवाह और सुरक्षाकर्मी
REPORTED BY - MAHATAB KHAN, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

रायबरेली/जनमत न्यूज। ऊंचाहार क्षेत्र में बहुचर्चित अपटा हत्याकांड के मुख्य गवाह पर बुधवार रात अज्ञात बदमाशों ने जानलेवा हमला कर सनसनी फैला दी। बाइक सवार हमलावरों ने स्कॉर्पियो कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग की, लेकिन गनीमत रही कि गवाह कृष्ण कुमार तिवारी और उनके सुरक्षाकर्मी ईश्वर प्रसाद झुककर किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल रहे। वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया और मौके पर भारी पुलिस बल पहुंच गया।

जानकारी के अनुसार, छिपिया मजरे इटौरा बुजुर्ग निवासी कृष्ण कुमार तिवारी बुधवार देर रात लक्ष्मीगंज स्थित अपनी शराब की दुकान बंद कर स्कॉर्पियो से घर लौट रहे थे। उनके साथ सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी ईश्वर प्रसाद भी मौजूद थे। मान्धातापुर गांव के पास पहुंचते ही अपाचे बाइक पर आए दो अज्ञात बदमाशों ने कार पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। गोलियां कार की सीट और शीशे को भेदती हुई निकलीं, हालांकि दोनों ने झुककर खुद को बचा लिया। शोर सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन हमलावर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।

घटना के बाद पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में सघन चेकिंग अभियान चलाया। गुरुवार को क्षेत्राधिकारी गिरजाशंकर त्रिपाठी ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्यों की जांच की। पुलिस ने पीड़ित कृष्ण कुमार तिवारी की तहरीर पर रोहनियां ब्लॉक के पूर्व प्रमुख शिवकुमार यादव, उनके भाई कृष्ण कुमार यादव, राजा यादव सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है।

उल्लेखनीय है कि 26 जून 2017 को अपटा गांव में हुए सामूहिक हत्याकांड में पांच लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी। मृतक रोहित शुक्ल के भाई देवेश शुक्ल की तहरीर पर दर्ज इस मामले में कई आरोपियों को जेल भेजा गया था, जो फिलहाल जमानत पर हैं। इस जघन्य कांड में कृष्ण कुमार तिवारी मुख्य और एकमात्र गवाह हैं, जिनकी सुरक्षा में पुलिसकर्मी की तैनाती की गई है। बताया जा रहा है कि इस माह के अंतिम सप्ताह में इस मामले में कोर्ट का फैसला आने की उम्मीद है। ऐसे में गवाह पर हमला होने के बाद इलाके में तरह–तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं।