ऐपल का अगला कदम: स्मार्ट ग्लास के लिए नया चिपसेट, भारत बना मैन्युफैक्चरिंग हब

टेक दिग्गज एपल भविष्य की डिवाइसेज को ध्यान में रखते हुए उन्नत चिपसेट पर काम कर रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह चिप्स स्मार्ट ग्लास जैसी अगली पीढ़ी की डिवाइसेज के लिए तैयार किए जा रहे हैं।

ऐपल का अगला कदम: स्मार्ट ग्लास के लिए नया चिपसेट, भारत बना मैन्युफैक्चरिंग हब
Published By: Satish Kashyap

Tech News: टेक दिग्गज एपल भविष्य की डिवाइसेज को ध्यान में रखते हुए उन्नत चिपसेट पर काम कर रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह चिप्स स्मार्ट ग्लास जैसी अगली पीढ़ी की डिवाइसेज के लिए तैयार किए जा रहे हैं। एपल की योजना मेटा के रेबैन स्मार्ट ग्लास को टक्कर देने की है। इन चिपसेट्स को ताइवानी चिप निर्माता कंपनी TSMC द्वारा तैयार किया जा रहा है और इनका बड़े पैमाने पर उत्पादन 2026 या 2027 में शुरू हो सकता है। अगर टेस्टिंग सफल रहती है, तो एपल के स्मार्ट ग्लास अगले दो सालों में बाजार में आ सकते हैं।

एपल के नए प्रोसेसर और भविष्य की दिशा

कंपनी वर्तमान में Mac सीरीज के लिए M6 और M7 चिप पर भी काम कर रही है, हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। एपल अब अपने पारंपरिक प्रोडक्ट्स जैसे iPhone, iPad और Mac के अलावा नई कैटेगरीज में भी कदम रख रही है, जिनकी मांग भविष्य में काफी बढ़ने की उम्मीद है।

एआई क्षेत्र में भी कर रही विस्तार

एपल कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में भी तेज़ी से आगे बढ़ रही है। कंपनी ऐसे चिपसेट विकसित कर रही है जो न सिर्फ Mac कंप्यूटरों में बल्कि एपल के एआई सर्वर में भी इस्तेमाल किए जा सकें। यह पहल तब महत्वपूर्ण हो जाती है जब AI टेक्नोलॉजी को अपनाने के लिए कंपनियों को अपने सर्वर इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना होता है। ऐसी भी खबरें हैं कि एपल कुछ नए चिप बना रही है जो “Apple Intelligence” को सपोर्ट करेंगे।

AI मार्केट में ChatGPT और Perplexity की मौजूदगी

AI और जनरेटिव टूल्स की दुनिया में OpenAI की ChatGPT और Perplexity जैसे टूल्स तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं। ChatGPT दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला AI टूल बन चुका है, जबकि Perplexity, Google ब्राउज़र का AI विकल्प बनने की दिशा में काम कर रही है।

भारत पर एपल की विशेष नजर

एपल भारत को एक उभरते हुए बड़े बाजार के रूप में देख रही है। अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर के कारण कंपनी ने iPhone के निर्माण को बड़े पैमाने पर भारत में स्थानांतरित किया है। खुद एपल के CEO टिम कुक कह चुके हैं कि निकट भविष्य में अमेरिका में बिकने वाले iPhones भारत में बनाए जाएंगे। अन्य प्रोडक्ट्स के लिए कंपनी वियतनाम पर ध्यान दे रही है।

खास बात यह है कि एपल के जो नए चिपसेट बनाए जा रहे हैं, वे ऊर्जा की बचत करने वाले होंगे—जैसे एपल वॉच में इस्तेमाल होने वाले प्रोसेसर। यह देखना रोचक होगा कि कंपनी के ये नए डिवाइस और टेक्नोलॉजी आखिरकार किस बाजार में और कब पेश की जाएंगी।