BCCI Central Contract: विराट-रोहित का हो सकता है डिमोशन, 2-2 करोड़ कम होगी सैलरी; जानें पूरी डिटेल

BCCI हर साल 4 कैटेगरी में खिलाड़ियों के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जारी करता है। ये कॉन्ट्रैक्ट आधिकारिक रिटेनर हैं जो देश के क्रिकेटरों को राष्ट्रीय टीम से बांधते हैं।

BCCI Central Contract: विराट-रोहित का हो सकता है डिमोशन, 2-2 करोड़ कम होगी सैलरी; जानें पूरी डिटेल
Published By- Diwaker Mishra

नई दिल्ली/जनमत न्यूज़। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) हर साल 4 कैटेगरी में खिलाड़ियों के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जारी करता है। ये कॉन्ट्रैक्ट आधिकारिक रिटेनर हैं जो देश के क्रिकेटरों को राष्ट्रीय टीम से बांधते हैं। हालांकि, अनुबंध में कौन किस कैटेगरी में रहता है, ये खेल के तीन फॉर्मेट में खिलाड़ी के परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है।

BCCI ने आखिरी बार अप्रैल 2025 में अपने खिलाड़ियों को केंद्रीय अनुबंध दिए थे, लेकिन इस बार सालाना सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट देने से पहले भारतीय दिग्गज विराट कोहली और रोहित शर्मा के अगले चक्र में सैलरी में कटौती का सामना करने की खबरें उड़ने लगी हैं।

22 दिसंबर को AGM मीटिंग

दरअसल, BCCI  के सालाना कॉन्ट्रैक्ट (BCCI Central Contract Rohit Sharma & Virat Kohli) का एलान 22 दिसंबर को होने वाली AGM मीटिंग के दौरान होगा। टीम इंडिया के दो दिग्गज विराट कोहली और रोहित शर्मा बीसीसीआई के सालाना कॉन्ट्रैक्ड के A+ कैटेगरी में बने रहेंगे या नहीं ये उसी दिन पता चलेगा। दोनों ही दिग्गज T20 और टेस्ट से रिटायरमेंट ले चुके हैं और अब सिर्फ वनडे में ही एक्टिव हैं।

कम होगी विराट और रोहित की सैलरी?

विराट कोहली और रोहित शर्मा अभी A+ ग्रेड में हैं, लेकिन अब वे टेस्ट और T20I नहीं खेलते। इस वजह से उन्हें A ग्रेड में डिमोशन मिल सकता है। अगर वे A ग्रेड में आए, तो उन्हें सालाना 2 करोड़ कम मिलेंगे।

BCCI सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट 4 ग्रेड में बांटा जाता है

BCCI का कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम चार ग्रेड में बंटा होता है, जिसमें A+, A, B और C, ग्रेड शामिल होते है। हर ग्रेड के साथ एक तय सालाना सैलरी मिलती है, जिसे रेटेनरशिप कहा जाता है। यह पैसा खिलाड़ी को पूरे साल मिलता है, चाहे वह कितने भी मैच खेले। यह मैच फीस से अलग होता है।

BCCI कैसे तय करता है कि खिलाड़ी को कौन-सा ग्रेड मिलेगा?

1. फॉर्मेट में प्रदर्शन और प्राथमिकता

जो खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करते हैं और तीनों फॉर्मेट में लगातार खेलते हैं, उन्हें ऊंचा ग्रेड मिलता है। A+ ग्रेड सिर्फ उन खिलाड़ियों के लिए होता है जो तीनों फॉर्मेट में टीम के सबसे अहम खिलाड़ी हों।

भारत के टेस्ट और ODI कप्तान शुभमन गिल को टी20 में उप-कप्तानी की जिम्मेदारी मिली हुई है। गिल फिलहाल ए ग्रेड में है और उन्हें 5 करोड़ रुपये सैलरी मिलती है। अगर उन्हें A+ ग्रेड में प्रमोट किया जाता है, तो उनकी सालाना सैलरी बढ़कर 7 करोड़ रुपये हो जाएगी।

2. प्रदर्शन और निरंतरता

खिलाड़ी का ग्रेड उसकी पिछले साल की परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है। अच्छा प्रदर्शन यानी प्रमोशन और खराब फॉर्म/फिटनेस यानी ग्रेड में डिमोशन

3. कुछ मैच खेलना जरूरी

किसी भी खिलाड़ी को ग्रेड C तक पाने के लिए भी कुछ मैच खेलने पड़ते हैं। जैसे-3 टेस्ट या 8 ODI या 10 T20I. इतना खेलना जरूरी है लेकिन सिर्फ ज्यादा मैच खेलने वाले को ही ऊंचा ग्रेड नहीं दिया जाता।

4. घरेलू क्रिकेट खेलना जरूरी

BCCI चाहता है कि जिन खिलाड़ियों पर सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट है, वे खाली समय में रणजी ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट खेलें। जो खिलाड़ी ऐसा नहीं करते, उन्हें बाहर भी किया जा चुका है, जैसे श्रेयस अय्यर और ईशान किशन।

BCCI Central Contract 2024-25

A+ ग्रेड - 7 करोड़ रुपये

खिलाड़ी- रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा

A ग्रेड - 5 करोड़ रुपये

खिलाड़ी- मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल, हार्दिक पांड्या, मोहम्मद शमी, ऋषभ पंत

B ग्रेड- 3 करोड़ रुपये

खिलाड़ी- सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर

C ग्रेड-1 करोड़ रुपये

खिलाड़ी- रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, सरफाराज खान, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, वॉशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, ईशान किशन, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, रजत पाटीदार, ध्रुव जुरैल, तिलक वर्मा, नितीश कुमार रेड्डी, अभिषेक शर्मा, आकाशदीप, वरुण चक्रवर्ती, हर्षित राणा