आठ सूत्रीय मांगों को लेकर किसान संगठनों ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन, समस्याओं के समाधान की चेतावनी
किसानों ने साधन सहकारी समितियों में डीएपी खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि खाद की कृत्रिम कमी और कालाबाज़ारी के चलते रबी की बुवाई प्रभावित हो रही है।
रायबरेली/जनमत न्यूज। किसानों की समस्याओं को लेकर सोमवार को भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) और सर्वसमाज किसान कल्याण एसोसिएशन के संयुक्त बैनर तले किसानों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर आठ सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों के हित में योजनाओं की घोषणाएं तो करती है, लेकिन जमीनी स्तर पर किसानों की अनदेखी की जा रही है। प्रमुख मांगों में नसीराबाद से विन्नावा संपर्क मार्ग के डामरीकरण की मांग प्रमुख रही। किसानों ने बताया कि यह मार्ग पूरी तरह जर्जर हो चुका है, जिससे ग्रामीणों, स्कूली बच्चों, मरीजों और राहगीरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के दिनों में यह रास्ता कीचड़ से भर जाता है, जिससे यातायात लगभग ठप हो जाता है।
इसके साथ ही किसानों ने साधन सहकारी समितियों में डीएपी खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि खाद की कृत्रिम कमी और कालाबाज़ारी के चलते रबी की बुवाई प्रभावित हो रही है। किसान संगठनों ने ग्रामसभा कुकहा में जल जीवन मिशन के तहत ध्वस्त बोरिंग की मरम्मत कर पेयजल आपूर्ति बहाल करने की भी मांग उठाई। ग्रामीणों का कहना है कि हैंडपंप और बोरिंग खराब होने से पीने के पानी की समस्या गंभीर हो गई है।
किसान नेताओं ने ब्लॉक छतोह के राजापुर मजरा कुंअरमऊ निवासी गरीब किसान शिवशंकर को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने की मांग भी की। उनका कहना है कि पात्र होने के बावजूद उसे आवास नहीं मिला है। किसान संगठनों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो किसान आंदोलन का रास्ता अपनाने को बाध्य होंगे। ज्ञापन सौंपने के दौरान दर्जनों किसान मौजूद रहे।

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