इजरायल-ईरान टकराव का वैश्विक असर: तेल की कीमतों में उछाल, बाजार में तनाव
इजरायल की ओर से ईरान पर की गई सैन्य कार्रवाई का प्रभाव अब अंतरराष्ट्रीय बाजारों में दिखाई देने लगा है। शुक्रवार को कच्चे तेल की दरों में 12% से ज्यादा का इजाफा हुआ...

Business News:इजरायल की ओर से ईरान पर की गई सैन्य कार्रवाई का प्रभाव अब अंतरराष्ट्रीय बाजारों में दिखाई देने लगा है। शुक्रवार को कच्चे तेल की दरों में 12% से ज्यादा का इजाफा हुआ, जिसकी मुख्य वजह इस संघर्ष को माना जा रहा है। माना जा रहा है कि खाड़ी क्षेत्र में बढ़ते तनाव से तेल की आपूर्ति में रुकावट आ सकती है, जिससे कीमतों में और तेजी आ सकती है। यदि यह स्थिति बनी रही, तो भारत जैसे आयातक देशों के घरेलू बाजारों पर भी इसका असर पड़ सकता है।
अमेरिकी बेंचमार्क वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड की कीमतों में 12.60% की तेजी दर्ज की गई, जिससे इसकी दर बढ़कर 76.61 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई। वहीं, ब्रेंट क्रूड ऑयल 12.20% बढ़कर 77.77 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। विशेषज्ञों का अनुमान है कि पश्चिम एशिया में जारी भू-राजनीतिक तनाव के चलते कच्चे तेल की कीमतों में कुल मिलाकर 20% तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
इजरायल ने शुक्रवार को पुष्टि की कि उसने ईरान पर हमला किया है, जिसमें नतान्ज स्थित उसके परमाणु केंद्रों को निशाना बनाया गया है। ईरानी मीडिया के अनुसार, धमाकों की आवाज राजधानी तेहरान तक सुनाई दी। इस घटनाक्रम को लेकर अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चिंता जताते हुए कहा कि यदि ईरान और अन्य देश बातचीत के लिए आगे नहीं आते हैं, तो यह संघर्ष बड़े स्तर पर फैल सकता है।
Axios की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के रक्षा मंत्री ने देश में आपातकाल लागू कर दिया है। दूसरी ओर, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने इस कार्रवाई को एकतरफा बताया और ईरान से आग्रह किया कि वह क्षेत्र में मौजूद अमेरिकी नागरिकों और हितों को नुकसान न पहुंचाए।