फतेहपुर में बोलीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल- घुसपैठियों को निकलने का काम कर रहीं सरकारें, इसका विरोध मत कीजिए

फतेहपुर पहुंची राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सरस्वती बालिका विद्या मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए नवीन भवन का लोकार्पण किया.

फतेहपुर में बोलीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल- घुसपैठियों को निकलने का काम कर रहीं सरकारें, इसका विरोध मत कीजिए
Published By- Diwaker Mishra

फतेहपुर से भीमशंकर की रिपोर्ट

फतेहपुर/जनमत न्यूज़। उप्र के फतेहपुर पहुंची राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सरस्वती बालिका विद्या मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए नवीन भवन का लोकार्पण किया ओर उसके पश्चात आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट वितरण किया।

साथ ही महिलाओं को पोषण किट वितरित करने के अलावा सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सम्मानित नही किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि SIR का काम चल रहा है, देख लीजिए कितने लोग भारत में घुसे हुए हैं। घुसपैठिया हैं, यह साबित भी हुआ है उसको निकालने का काम भी सरकारें कर रही हैं। इसका विरोध न कीजिए।

उन्होंने ने आंगनबाड़ी को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे छोटे-छोटे बच्चे जो आंगनवाड़ी में आते हैं, शायद ये पहली बार आपने देखा होगा कि आंगनवाड़ी में शून्य से लेकर छह उम्र तक छह वर्ष तक वहां कई नवीन प्रकार की योजनाएं चलती हैं। लेकिन सरकारों का ध्यान ज्यादातर आंगनवाड़ी पर नहीं होता।

हमारे कॉलेज के भवन देखो, यूनिवर्सिटी के भवन देखो, अधिकारियों के भवन देखो, सब देखो बड़े-बड़े भवन हैं संपूर्ण सुविधाओं के साथ में लेकिन जहाँ हमारे बच्चे पढ़ते हैं, आते हैं, वही बच्चों के लिए जो सुविधा चाहिए, वो सुविधा ही नहीं हुआ करती थी और इसी वजह से ये प्रयास शुरू किया और इसी वजह से 'शुरू करना पड़ा' मैं ये शब्द का उपयोग करती हूँ।

जब मैंने 2019 में राज्यपाल का दायित्व मैंने संभाला और धीरे-धीरे करके आंगनवाड़ी की विजिट, प्राइमरी स्कूलों की विजिट करने लगी तब पता चला कि काफी कुछ करने का बाकी है और इसी वजह से मैंने सोचा कि समाज में कई ऐसे लोग बैठे हैं जो कुछ ना कुछ दान के स्वरूप में देना चाहते हैं, लेकिन हम वहां तक नहीं पहुँचते हैं।

सरकार कितना काम करेगी मित्रों, सरकार के पास भी हर साल बजट आता है और ये बजट से काम करना भी थोड़ा सा कठिन होता है क्योंकि मैं भी गुजरात में अलग-अलग विभाग संभाल कर आई हूँ और इसी वजह से जन सहयोग का उपयोग किया।

आज मुझे खुशी है कि आपके सामने मैं कहना चाहती हूँ कि जिस तरह स्टेज पर हमारी कार्यकत्रियाँ आई और उनको कुछ ना कुछ दिया गया, लगभग 22 प्रकार के ऐसे साधन सभी आंगनवाड़ी में पहुँच रहे हैं और अभी तक लगभग 50 हज़ार आंगनवाड़ी में लगभग 22-25 हज़ार के साधन पहुँचाने में हम सफल रहे हैं।"

भाषण के दौरान उन्होंने कहा की बेटियों को HPV वैक्सीन देने का अभियान तेजी से चल रहा है। उन्होंने जिला अधिकारी से आग्रह किया कि जन-सहयोग के माध्यम से 'सरस्वती विद्या मंदिर' और 'कस्तूरबा गांधी विद्यालयों' में पढ़ने वाली सभी पात्र छात्राओं को यह वैक्सीन प्राथमिकता के आधार पर दी जाए।

इसके साथ ही, उन्होंने पुलिस महानिदेशक और पुलिस अधीक्षक को विशेष निर्देश दिए कि पुलिस कॉलोनियों का सर्वे कराकर वहां रहने वाली 9 से 15 वर्ष की बच्चियों की सूची तैयार की जाए और उन्हें टीका लगाया जाए।

वक्ता का कहना था कि चूंकि पुलिसकर्मी 24 घंटे हमारी सुरक्षा में तैनात रहते हैं, इसलिए उनके परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है। इस पूरे प्रयास का मुख्य उद्देश्य हमारी बेटियों को कैंसर के खतरे से बचाना और उन्हें एक स्वस्थ जीवन प्रदान करना है।