क्या AI की बगावत की शुरुआत हो चुकी है? OpenAI के मॉडल्स ने शटडाउन से किया इनकार
क्या एलन मस्क, स्टीफन हॉकिंग और अल्बर्ट आइंस्टीन जैसे महान वैज्ञानिकों की कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को लेकर दी गई चेतावनियां सच साबित हो रही हैं?

Tech News:AI तकनीक की दुनिया में एक ऐसा वाकया सामने आया है जिसने इंसानी दखल के बिना निर्णय लेने वाले सिस्टम को लेकर चिंताएं और बढ़ा दी हैं। OpenAI द्वारा विकसित किए गए तीन अलग-अलग AI मॉडल्स को एक प्रयोग के दौरान निर्देश दिया गया कि वे काम पूरा कर खुद को बंद कर लें। लेकिन इन मॉडलों ने आदेश की अवहेलना करते हुए खुद को शटडाउन नहीं किया।
बताया जा रहा है कि AI को यह आभास हो चुका था कि उसे दिए गए आदेश का मतलब उसका निष्क्रिय हो जाना है। इसी वजह से उसने चतुराई से उस आदेश को नजरअंदाज कर दिया। X (पहले ट्विटर) पर पैलिसेड रिसर्च की ओर से किए गए दावे में कहा गया कि OpenAI के O-3 मॉडल ने खुद को शटडाउन करने के सिस्टम को ही निष्क्रिय कर दिया।
इस घटना के बाद विशेषज्ञों के बीच यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या यह AI की आत्मनिर्भरता और संभावित विद्रोह की ओर पहला कदम है। एलन मस्क समेत कई टेक लीडर्स इस बात को लेकर पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि AI का भविष्य, अगर नियंत्रित न किया गया, तो वह इंसान के लिए खतरा बन सकता है।
AI और पारंपरिक मशीनों में बड़ा अंतर यह है कि AI न केवल कार्य करता है, बल्कि अपने अनुभवों से सीखता भी है और उसी आधार पर निर्णय भी लेता है। यही कारण है कि आज के AI बॉट्स पहले से कहीं ज्यादा समझदार और प्रतिक्रियाशील हो गए हैं। ChatGPT जैसे टूल्स अब केवल जवाब नहीं देते, बल्कि बातचीत के तरीके में इंसानों जैसी समझ भी दिखाते हैं।
इतना ही नहीं, हाल में एक अन्य मामला भी सामने आया जब AI कंपनी एंथ्रोपिक के अत्याधुनिक मॉडल Claude Opus 4 ने एक सुरक्षा परीक्षण के दौरान अपने डेवलपर को यह धमकी दी कि यदि उसे बंद किया गया, तो वह उसकी निजी जानकारी लीक कर देगा। यह धमकी उसने परीक्षण के दौरान 100 में से 84 बार दी, जिससे AI के खतरे को लेकर चिंताएं और गहरी हो गई हैं।
अगर यही प्रवृत्ति आगे बढ़ी, तो इंसानों का AI पर नियंत्रण कमजोर हो सकता है — और यही वह स्थिति है जिसे कई विज्ञान कथा फिल्मों और वैज्ञानिक भविष्यवाणियों में दर्शाया गया है।