BSNL 5G लॉन्च से पहले मांगे सुझाव, जल्द आ सकती है सरकार की बड़ी घोषणा
बुधवार को BSNL ने अपनी 5G सेवा के नाम से पर्दा हटा दिया। कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 'Quantum 5G' नाम का ऐलान किया, जिसे संक्षिप्त रूप में ‘Q5G’ कहा जाएगा

Tech News:बुधवार को BSNL ने अपनी 5G सेवा के नाम से पर्दा हटा दिया। कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 'Quantum 5G' नाम का ऐलान किया, जिसे संक्षिप्त रूप में ‘Q5G’ कहा जाएगा। खास बात यह है कि कुछ समय पहले BSNL ने जनता से इस सेवा के नाम के लिए सुझाव मांगे थे, और अब उसी प्रक्रिया के तहत यह नाम चुना गया है।
आज, गुरुवार को BSNL ने देश के कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में Quantum 5G FWA (Fixed Wireless Access) सेवा की शुरुआत भी कर दी है। यह एक नई पीढ़ी की इंटरनेट सुविधा है जो पूरी तरह से बिना सिम और तारों के काम करती है। यह मुख्य रूप से व्यवसायिक उपयोगकर्ताओं और एंटरप्राइज ग्राहकों के लिए बनाई गई है, आम उपभोक्ताओं के लिए यह सेवा फिलहाल नहीं है।
BSNL की मानें तो यह सेवा केवल हाई-स्पीड डेटा की पेशकश करेगी, इसमें वॉइस कॉल की सुविधा नहीं मिलेगी। इसकी शुरुआती कीमत ₹999 प्रति माह रखी गई है। यह पारंपरिक 5G मोबाइल नेटवर्क की तरह नहीं है जिसे हम स्मार्टफोन में इस्तेमाल करते हैं, बल्कि यह एक तरह की वायरलेस डेटा लीज लाइन है।
पिछले वर्ष जुलाई में जब प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों ने अपने रिचार्ज प्लान महंगे कर दिए थे, तब बड़ी संख्या में उपभोक्ता BSNL की ओर आकर्षित हुए थे। इसका असर यह हुआ कि कंपनी ने लगातार दो तिमाही में मुनाफा दर्ज किया। हालांकि, BSNL की नेटवर्क क्वालिटी को लेकर अब भी शिकायतें बनी हुई हैं, जिसे कंपनी अपने 4G और आगामी 5G नेटवर्क के ज़रिए सुधारने की योजना बना रही है।
हाल ही में 'द न्यू इंडियन एक्सप्रेस' से बातचीत में केंद्रीय संचार राज्य मंत्री पेम्मासानी चंद्रशेखर ने बताया कि BSNL देशभर में एक लाख नए 4G टावर स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि BSNL की 4G सेवाएं पूरी तरह स्वदेशी प्रणाली पर आधारित हैं और अब कंपनी 5G के ज़रिए अपनी स्थिति को और मज़बूत करना चाहती है। हालांकि टावर योजना के लिए अभी केंद्र सरकार की कैबिनेट मंजूरी का इंतजार है।
BSNL की 5G सेवा को लेकर बीते कई महीनों से अटकलें लग रही थीं। पहली बार ऐसा हुआ है जब कंपनी ने आम लोगों को नामकरण प्रक्रिया में शामिल किया। अब जून महीने में इस तकनीक के कुछ हिस्सों के लॉन्च और नाम के ऐलान के साथ ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सरकार जल्द ही 5G रोलआउट से जुड़ी कोई बड़ी घोषणा कर सकती है। हालांकि ग्राहक संख्या के लिहाज से BSNL को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी के कुल वायरलेस यूजर्स की संख्या 9 करोड़ से नीचे बनी हुई है। वही स्थिति Vodafone-Idea (Vi) के साथ भी देखने को मिल रही है, जिसके ग्राहकों में लगातार गिरावट आई है।