आरबीआई ने दूसरी बार रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की, होम और कार लोन की ईएमआई में कमी

RBI REPO RATE: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगातार दूसरी बार रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की है, जिससे यह दर 6% पर पहुँच गई है।

आरबीआई ने दूसरी बार रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की, होम और कार लोन की ईएमआई में कमी

नई दिल्ली (जनमत):भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगातार दूसरी बार रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की है, जिससे यह दर 6% पर पहुँच गई है। इस कटौती का प्रभाव होम लोन और कार लोन की ईएमआई पर पड़ेगा, जो अब कम हो जाएगी। आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए सस्ते लोन का तोहफा दिया। गवर्नर मल्होत्रा की अध्यक्षता में आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने सोमवार को मौद्रिक नीति की समीक्षा के लिए तीन दिवसीय बैठक की शुरुआत की थी। इससे पहले, फरवरी में एमपीसी ने रेपो रेट को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत किया था, जो मई 2020 के बाद की पहली कटौती थी।

 

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने मौद्रिक नीति पेश करते हुए कहा कि महंगाई में कमी आई है, जो सकारात्मक संकेत है। एमपीसी के सभी सदस्यों ने माना कि महंगाई अब लक्ष्य से नीचे है। गवर्नर ने आगे कहा कि भविष्य में परिस्थितियों के आधार पर रेट में कटौती की जा सकती है। यदि आवश्यक हुआ तो आगे भी रेपो रेट में कमी की संभावना है। आरबीआई ने मौद्रिक नीति की दिशा को न्यूट्रल से बदलकर अकोमोडेटिव कर दिया है।

गवर्नर मल्होत्रा ने कहा कि वैश्विक परिस्थितियां ठीक नहीं हैं, लेकिन आरबीआई इस पर लगातार नजर बनाए हुए है। उन्होंने यह भी कहा कि उच्च टैरिफ के कारण भारतीय निर्यात को नुकसान हो सकता है। हालांकि, वैश्विक उतार-चढ़ाव के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़ रही है। मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और बैंकों की स्थिति भी मजबूत है। इसके बावजूद, आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर का अनुमान 6.7% से घटाकर 6.5% कर दिया है।