वीर विनय चौराहा बना खतरे का केंद्र, जर्जर खंडहर और अवैध कब्जों से लोगों की जान पर संकट

नगर पालिका परिषद बलरामपुर द्वारा पूर्व में अवैध निर्माण तो तोड़ दिया गया था, लेकिन उसका मलबा और आधे टूटे ढांचे अब भी वहीं पड़े हैं। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि इन जर्जर दीवारों के बीच अब कुछ दबंग तत्वों ने ढाबलियाँ डालकर दोबारा अवैध कब्जा जमा लिया है। इससे एक बार फिर अतिक्रमण की स्थिति पैदा हो गई है।

वीर विनय चौराहा बना खतरे का केंद्र, जर्जर खंडहर और अवैध कब्जों से लोगों की जान पर संकट
REPORTED BY - GULAM NABI, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

बलरामपुर/जनमत न्यूज। शहर के मुख्य मार्ग स्थित वीर विनय चौराहा पर जर्जर खंडहर और अवैध अतिक्रमण अब लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन चुके हैं। चौराहे पर सियाराम का पुराना मकान और दुकान, जो उनके पूर्वजों के समय से स्थापित है, उसके सामने का हिस्सा अब पूरी तरह ढही हुई दीवारों और मलबे में बदल गया है।

नगर पालिका परिषद बलरामपुर द्वारा पूर्व में अवैध निर्माण तो तोड़ दिया गया था, लेकिन उसका मलबा और आधे टूटे ढांचे अब भी वहीं पड़े हैं। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि इन जर्जर दीवारों के बीच अब कुछ दबंग तत्वों ने ढाबलियाँ डालकर दोबारा अवैध कब्जा जमा लिया है। इससे एक बार फिर अतिक्रमण की स्थिति पैदा हो गई है।

यह चौराहा शहर का अत्यंत व्यस्त मार्ग है, जहाँ से रोज़ाना हज़ारों लोग, स्कूली बच्चे, व्यापारी और अधिकारीगण गुजरते हैं। ऐसे में किसी भी समय बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। राहगीरों ने बताया कि इन खंडहरनुमा दीवारों से आए दिन ईंटें और पत्थर गिरते रहते हैं, जिससे लोगों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। तेज़ रफ़्तार वाहनों के गुजरने पर पुराने ढांचे में कंपन महसूस होता है, जो किसी संभावित हादसे की चेतावनी देता है।

प्रभावित दुकानदारों ने नगर पालिका परिषद और जिला प्रशासन को कई बार शिकायतें दी हैं, परंतु अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस खंडहर और अवैध कब्जों को तत्काल हटवाया जाए और मार्ग को सुरक्षित बनाकर किसी भी संभावित हादसे से बचाव सुनिश्चित किया जाए।