यूपी पंचायत चुनावों को लेकर हुआ बड़ा बदलाव,काटी गई पंचायतो की संख्या साथ ही वार्ड हुए कम !

उत्तर प्रदेश में शहरी निकायों के विस्तार के बाद अब पंचायत चुनावों पर असर दिख रहा है. ताजा परिसीमन के कारण राज्य में जिला पंचायत सदस्य के 30 और क्षेत्र पंचायत सदस्य के 830 वार्ड कम हो गए हैं....

यूपी पंचायत चुनावों को लेकर हुआ बड़ा बदलाव,काटी गई पंचायतो की संख्या साथ ही वार्ड हुए कम !
publishesd by- JYOTI KANOJIYA

उत्तर प्रदेश में शहरी निकायों के विस्तार के बाद अब पंचायत चुनावों पर असर दिख रहा है. ताजा परिसीमन के कारण राज्य में जिला पंचायत सदस्य के 30 और क्षेत्र पंचायत सदस्य के 830 वार्ड कम हो गए हैं. पंचायती राज विभाग ने इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली है. यह रिपोर्ट जल्द ही राज्य निर्वाचन आयोग को भेजी जाएगी, जिसके आधार पर अगले साल चुनाव होंगे.

कम हुए वार्ड, घटी ग्राम पंचायतों की संख्या

राज्य में अब जिला पंचायत सदस्य के लिए 3,020 वार्ड और क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए 75,014 वार्डों पर चुनाव होंगे. पंचायती राज विभाग के अनुसार, 16 जिलों में जिला पंचायत वार्डों की संख्या घटी है. सबसे ज्यादा 5 वार्ड देवरिया में, जबकि मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद में 3-3 वार्ड खत्म हुए हैं. कुशीनगर, आजमगढ़, गोंडा, अयोध्या समेत कई जिलों में भी वार्ड कम हुए हैं.

495 ग्राम पंचायतों का अस्तित्व समाप्त

नए परिसीमन का असर ग्राम पंचायतों पर भी पड़ा है. वर्ष 2021 में राज्य में 58,189 ग्राम पंचायतें थीं, जो अब घटकर 57,694 रह गई हैं. इसका मतलब है कि 495 ग्राम पंचायतों का अस्तित्व समाप्त हो गया है. अनुमान है कि इसके साथ ही करीब 4,600 ग्राम पंचायत सदस्य वार्ड भी कम हुए हैं. परिसीमन की यह पूरी प्रक्रिया अगस्त में ही खत्म हो गई थी.

चुनावों की तैयारिया जोरो पर 

पंचायती राज विभाग अपनी अंतिम रिपोर्ट जल्द ही राज्य निर्वाचन आयोग को सौंप देगा. इस रिपोर्ट में जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायतों से संबंधित सभी नए आंकड़े शामिल हैं. इसी रिपोर्ट के आधार पर आगामी वर्ष में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव करवाए जाएंगे. शहरी सीमा विस्तार के बाद अब चुनावी तैयारी का अगला चरण शुरू हो गया है.