पहाड़ों पर लगातार बारिश से बलरामपुर में बाढ़ जैसे हालात, कई गांव प्रभावित, ललिया-हरैया मार्ग पर बह रहा पानी
लगातार बारिश से लगभग दर्जनों गांव प्रभावित हैं, जिनमें से आधा दर्जन गांवों में घरों तक पानी घुस गया है। हेंगहा नाले का जलस्तर बढ़ने से इटैहिया प्राथमिक विद्यालय और आसपास के घरों में पानी भर गया है।

बलरामपुर/जनमत न्यूज। पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश का असर अब तराई क्षेत्रों में दिखने लगा है। जिले के कई गांवों में पहाड़ी नालों के उफान से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। ललिया-हरैया मार्ग पर लौकहवा के पास पानी बहने से आवागमन बाधित हो गया है। ग्रामीणों को आवागमन और दैनिक कार्यों में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
लगातार बारिश से लगभग दर्जनों गांव प्रभावित हैं, जिनमें से आधा दर्जन गांवों में घरों तक पानी घुस गया है। हेंगहा नाले का जलस्तर बढ़ने से इटैहिया प्राथमिक विद्यालय और आसपास के घरों में पानी भर गया है। करीब आधा दर्जन घर पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। ग्रामीण अपने घरों का सामान निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटे हैं।
ललिया-बनघुसरी और बनघुसरी-अम्बरनगर मार्ग पर करीब दो फीट तक पानी बह रहा है। तराई क्षेत्र के हेंगहा, गौरिया, कचनी, बूढ़ी राप्ती और खैर नाला जैसे नाले हर बारिश में गांवों तक पानी पहुंचाकर जनजीवन अस्त-व्यस्त कर देते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इस बाढ़ का असर खेती पर मिला-जुला है—धान और गन्ने की फसलों को फायदा हुआ है, लेकिन कच्ची सड़कों की हालत बेहद खराब हो गई है।
हालांकि राप्ती नदी का जलस्तर अभी चेतावनी बिंदु से ऊपर नहीं हुआ है, लेकिन जिला प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है। सदर एसडीएम हेमंत कुमार गुप्ता ने बताया कि राजस्व टीम को प्रभावित गांवों में भेजा गया है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है और प्रशासन द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।