NATO की डील और स्वदेशी उत्पादन पर ज़ोर से उछले डिफेंस स्टॉक्स, BEL, HAL, BDL में दिखी मजबूती

गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में रक्षा कंपनियों के स्टॉक्स चर्चा में रहे। BEL, HAL, BDL और अन्य कंपनियों के शेयरों में शुरुआती ट्रेडिंग में करीब 2% तक की तेजी दर्ज की गई। इस बढ़त की बड़ी वजह है

NATO की डील और स्वदेशी उत्पादन पर ज़ोर से उछले डिफेंस स्टॉक्स, BEL, HAL, BDL में दिखी मजबूती
Published By: Satish Kashyap

Business News:गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में रक्षा कंपनियों के स्टॉक्स चर्चा में रहे। BEL, HAL, BDL और अन्य कंपनियों के शेयरों में शुरुआती ट्रेडिंग में करीब 2% तक की तेजी दर्ज की गई। इस बढ़त की बड़ी वजह है—NATO देशों का 2035 तक रक्षा बजट को GDP के 5% तक बढ़ाने का फैसला। अमेरिकी दबाव के बाद नाटो के 32 सदस्य देशों ने एकजुट होकर इस वृद्धि पर सहमति जताई है।

वहीं, भारत में भी रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी निर्माण और निर्यात को लेकर उत्साह बढ़ता जा रहा है। InCred Equities की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023-24 में रक्षा निर्यात में 32.5% की सालाना बढ़त दर्ज की गई है और अब लक्ष्य 2028-29 तक ₹5 लाख करोड़ के निर्यात का रखा गया है। 2016-17 में जहां प्राइवेट सेक्टर की हिस्सेदारी महज 13% थी, वहीं अब यह 62% तक पहुंच गई है।

सरकारी नीतियां भी अब आयात पर निर्भरता घटाकर घरेलू उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही हैं। भारत अब तक 85 से अधिक देशों को हथियार, रडार और रक्षा उपकरण निर्यात कर चुका है। अमेरिका, फ्रांस और आर्मेनिया जैसे देश भारत के मुख्य ग्राहक हैं।

हालांकि, वैश्विक बाजार में भारत की हिस्सेदारी अभी भी कम है (सिर्फ 0.2%), लेकिन जिस तेजी से डिफेंस सेक्टर में सुधार हो रहा है, उससे भविष्य में भारी संभावना बनती दिख रही है।