अपर जिलाधिकारी वित्त की जांच में 11 बजे स्कूल में लगा मिला ताला
अपर जिलाधिकारी वित्त अरविंद कुमार आज सुबह सुबह ही विद्यालय में की स्थिति जानने के लिए विकास खंड भावलखेड़ा में पहुंचे तो उन्हें कुछ स्कूलों में ताला जड़ा मिला तो कुछ में बच्चे उपस्थित किंतु समय से अध्यापक ही नहीं मिले ADM ने खुद बच्चों को प्रेयर करवाई।

लखनऊ (जनमत):अपर जिलाधिकारी वित्त अरविंद कुमार आज सुबह सुबह ही विद्यालय में की स्थिति जानने के लिए विकास खंड भावलखेड़ा में पहुंचे तो उन्हें कुछ स्कूलों में ताला जड़ा मिला तो कुछ में बच्चे उपस्थित किंतु समय से अध्यापक ही नहीं मिले ADM ने खुद बच्चों को प्रेयर करवाई। आपको बता दे कुआं डॉडॉ में 8.05 बजे सुबह स्कूल में ताला लगा मिला ना बच्चे ना अध्यापक मिले पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिशौवा 8.25 बजे कोई अध्यापक उपस्थित नहीं मिला । बच्चे अपर जिलाधिकारी वि०/रा o द्वारा प्रार्थना कराया गया।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरसावा 8.40 बजे कोई अध्यापक उपस्थित नहीं रहा । प्रेयर ADM द्वारा कराया गई।पूर्व माध्यमिक विद्यालय फ़तियापुर 9.00 बजे पहुंचे। गेट पर ताला लगा मिला। 11 बजे तक इंतजार करने के बाद भी ना कोई अध्यापक उपस्थित मिला ना बच्चे। ADM को देखकर ग्रामीण इकठ्ठा हुए बोले कभी कभी विद्यालय खुलता है। प्रधानाध्यापिका / इंचार्ज आंचल अपने ससुराल में आराम फरमाती है। महीने में एक दो बार स्कूल आती है।अपने से प्रत्येक दिन का उपस्थिति बना लिया जाता है। पढ़ाई के लिए कुछ पैसे देकर बगल गांव के प्राइवेट लड़के को रखकर स्कूल की शिक्षा दीक्षा चल रही है।
रसोईया भी गांव में रहती है। MDM का खाना मनमाने तरीके से उपस्थित रजिस्टर बना लिया जाता है। इस गांव में सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले हमारे बच्चों का भविष्य खराब है। साहब कुछ आप करें ताकि स्कूल की अव्यवस्था सही हो जाए। जबकि शासन द्वारा स्कूल में अध्यापक के पहुंचने का समय 7:45 से 8:00 बजे तक होता है प्रेयर और योगाभ्यास का समय 8:00 बजे से 8:15 तक निर्धारित है।किंतु
ADM (F/R) द्वारा बताया गया कि स्कूलों में अध्यापक का समय से उपस्थित ना होना काफ़ी खेदजनक है। और 11 बजे तक भी ताला लगा पाया जाना अक्षम्य है। रिपोर्ट जिलाधिकारी महोदय को अवगत कराते हुए कड़ी कार्यवाही की जा रही हैं।