फतेहपुर: गौशालाओं की बदहाली के खिलाफ अनोखा विरोध, 108 हनुमान चालीसा पाठ कर किया बुद्धि-शुद्धि हवन

फतेहपुर जनपद में गौशालाओं की बदहाल व्यवस्था और गौवंशों के साथ हो रही क्रूरता का आरोप लगाते हुए आज आचार्यों का आक्रोश धार्मिक रूप में देखने को मिला।

फतेहपुर: गौशालाओं की बदहाली के खिलाफ अनोखा विरोध, 108 हनुमान चालीसा पाठ कर किया बुद्धि-शुद्धि हवन
Published By- Diwaker Mishra

फतेहपुर से भीमशंकर की रिपोर्ट

फतेहपुर/जनमत न्यूज़। उप्र के फतेहपुर जनपद में गौशालाओं की बदहाल व्यवस्था और गौवंशों के साथ हो रही क्रूरता का आरोप लगाते हुए आज आचार्यों का आक्रोश धार्मिक रूप में देखने को मिला। विकास भवन परिसर स्थित हनुमान मंदिर परिसर में जनपद के सभी आचार्यों ने एकजुट होकर 108 हनुमान चालीसा का पाठ किया और इसके साथ ही बुद्धि शुद्धि हवनका आयोजन किया।

आचार्यों का कहना है कि गौशालाओं की अव्यवस्था और गौवंशों के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार को लेकर लगातार प्रशासन से शिकायतें की जा रही हैं। GPS कैमरे से फोटो और वीडियो बनाकर जिम्मेदार अधिकारियों को सौंपे गए, लेकिन इसके बावजूद आज तक न तो दोषियों पर कोई ठोस कार्रवाई हुई और न ही व्यवस्थाओं में कोई सुधार देखने को मिला।

आचार्यों ने हनुमान जी से प्रार्थना की कि वे जिम्मेदार अधिकारियों को जाग्रत करें, उनकी सोई हुई बुद्धि को जगाएं और गौशालाओं में व्याप्त लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई कराएं, ताकि गौवंशों को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन मिल सके।

आचार्यों का आरोप है कि जनपद में शायद ही कोई ऐसी गौशाला हो, जिसे पूरी तरह व्यवस्थित कहा जा सके। उन्होंने मंसूरपुर गौशाला का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां गौशाला के अंदर कुत्ते गौवंशों को नोच रहे थे। इस गंभीर मामले की शिकायत किए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

आचार्य प्रेम सागर मिश्रा ने बताया रामपुर थरियांव गौशाला में लगभग 8 से 9 गौवंश मृत अवस्था में पड़े मिले, जबकि मौके पर संबंधित पशु चिकित्सक भी मौजूद नहीं थे। इसके अलावा मवई धाम गौशाला के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, शिकायतें हुईं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर फिर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जिसके लिए आज उन्होंने ये कार्यक्रम आयोजित किया है।