उच्च सदन में पीठासीन होकर प्रमोद तिवारी ने रचा गौरवशाली इतिहास

देश के अनुभवी, प्रखर और वरिष्ठ राजनेता राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने अपने संसदीय ज्ञान की दक्षता से प्रतापगढ़ के नाम एक और इतिहास रचा है। इस बार वह राज्यसभा में सभापति के आसन पर पैनल ऑफ वाइस चेयरमैन में शामिल होते हुए राज्यसभा सांसदों का मार्गदर्शन करते नजर आए।

उच्च सदन में पीठासीन होकर प्रमोद तिवारी ने रचा गौरवशाली इतिहास

उप नेता बनने के बाद सभापति के आसन पर विराजमान होने वाले प्रमोद तिवारी प्रतापगढ़ के पहले राजनेता

प्रतापगढ़/जनमत। देश के अनुभवी, प्रखर और वरिष्ठ राजनेता राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने अपने संसदीय ज्ञान की दक्षता से प्रतापगढ़ के नाम एक और इतिहास रचा है। इस बार वह राज्यसभा में सभापति के आसन पर पैनल ऑफ वाइस चेयरमैन में शामिल होते हुए राज्यसभा सांसदों का मार्गदर्शन करते नजर आए। प्रमोद को राज्यसभा में सभापति के पैनल के सदस्य के रूप में उप सभाध्यक्ष चुने जाने के बाद यह जिम्मेदारी मिली तो प्रतापगढ़ एक बार फिर अपने गौरव पर इतराने लगा। इस सीट पर पीठासीन होने वाले प्रमोद तिवारी प्रतापगढ़ के पहले राज्यसभा सदस्य भी बन गए हैं। सदन की कार्यवाही के समय सभापति की गैर मौजूदगी में प्रमोद तिवारी इस सीट पर अक्सर नजर आएंगे। देश के संसदीय इतिहास में संसद के सर्वोच्च सदन राज्यसभा में आसन पर प्रतिष्ठित होने के लिए प्रतापगढ़ को यह पहला मौका मिला है। इससे जिले के लोगों में खुशी की लहर है। वहीं पार्टी के कार्यकर्ता व प्रमोद तिवारी के समर्थक मगन देखे गये। कांग्रेस में राजनीति की शुरुआत करने वाले और वर्तमान समय में भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शुमार प्रमोद का मर्यादित राजनीतिक आचरण राजनेताओं के लिए प्रेरणादायक होता है। वह इसके पहले राज्यसभा सदस्य तो बने ही वहीं अपने संसदीय अनुभव के चलते प्रमोद तिवारी राज्यसभा में विपक्ष के उप नेता भी बनाए गए। विपक्ष के उप नेता चयनित होने का यह इतिहास भी प्रतापगढ़ के किसी राजनेता ने पहली बार रचा था। यही नहीं, एक ही पार्टी और एक ही क्षेत्र प्रतापगढ़ के चर्चित रामपुर खास से लगातार नौ बार विधायक बनने का गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड भी तिवारी के नाम ही है।

अब प्रमोद तिवारी के विकास से सजे-सजाए रामपुर खास को और विकसित क्षेत्र के रूप में सुंदर बनाने में उनकी बेटी प्रखर महिला राजनेता आराधना मिश्रा मोना बतौर विधायक अपनी सुदृृढ़ भूमिका का जनापेक्षी निर्वाहन कर रही हैं। कीर्तिमानों की इस श्रृंखला में अब राज्यसभा में सभापति के पैनल में चयनित होकर सभापति के रूप में नेतृत्व करने का जो मौका प्रमोद तिवारी को मिला है, उससे न केवल कांग्रेसजन बल्कि, प्रतापगढ़ का हर व्यक्ति अपने को गौरवशाली मान रहा है। प्रतापगढ़ में राज्यसभा के सदस्य तो कई लोग निर्वाचित हुए, लेकिन विपक्ष का उप नेता और अब सभापति के आसन तक कोई नहीं पहुंच पाया। प्रमोद की वरिष्ठता, आदर्श राजनीतिक कार्यशैली, ज्वलंत मुद्दों पर उनके विवेकपूर्ण तर्क और भाषण, विपक्ष के नेता के रूप में सरकार की घेराबंदी की कला को देखते हुए उनको इतना बड़ा सम्मान मिला है। प्रमोद तिवारी की इस सियासी उपलब्धि की जानकारी मंगलवार को मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने यहां दी है। वहीं कार्यकर्ता तथा समर्थक व क्षेत्रीय प्रबुद्धजनों ने राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी के एक बार फिर बढ़े सियासी कद को गौरवपूर्ण उपलब्धि ठहराया है।

REPORTED BY - VIKAS GUPTA

PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR