अलीगढ़ के भकरौला गांव में अज्ञात कीड़े का आतंक: एक महिला की मौत, दर्जनों ग्रामीण बीमार – प्रशासन अब तक बेखबर

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जनपद के मंडराक थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भकरौला गांव में इन दिनों एक रहस्यमयी और अज्ञात कीड़े का कहर फैला हुआ है। गांव में पिछले 10–12 दिनों में दो दर्जन से अधिक ग्रामीण इस अनजान कीड़े के डंक का शिकार बन चुके हैं। अब तक एक महिला की मौत हो चुकी है|

अलीगढ़ के भकरौला गांव में अज्ञात कीड़े का आतंक: एक महिला की मौत, दर्जनों ग्रामीण बीमार – प्रशासन अब तक बेखबर
Reported By- Ajay Kumar, Published By- Ambuj Mishra

अलीगढ़/जनमत न्यूज़:-  उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जनपद के मंडराक थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भकरौला गांव में इन दिनों एक रहस्यमयी और अज्ञात कीड़े का कहर फैला हुआ है। गांव में पिछले 10–12 दिनों में दो दर्जन से अधिक ग्रामीण इस अनजान कीड़े के डंक का शिकार बन चुके हैं। अब तक एक महिला की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग तेज बुखार, शरीर में सूजन, बेहोशी और लाल-नीले चकत्तों जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहे हैं।

अज्ञात कीड़े ने मचाया कहर

गांव के लोगों के अनुसार, इस कीड़े को किसी ने अभी तक देखा नहीं है, लेकिन इसके डंक से शरीर पर अजीब निशान बन रहे हैं। पीड़ितों को तेज दर्द, चक्कर, और भयानक फोड़े जैसे घाव होने लगे हैं।

स्थानीय निवासी ने बताया –“हमें नहीं पता कौन सा कीड़ा है... अचानक शरीर में जलन और नीले-लाल निशान बनते हैं। एक बहन जी की मौत हो गई थी... अब तो डर लगता है बाहर निकलने में भी...”

अस्पताल में भर्ती, लेकिन इलाज अधूरा

रविवार को तीन और ग्रामीणों को जिला मलखान सिंह अस्पताल और एक निजी मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर्स की निगरानी में उनका इलाज जारी है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह कीड़ा सांप, बिच्छू, मकड़ी या किसी नए जहरीले कीट प्रजाति से संबंधित है या नहीं।

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर सवाल

गंभीर हालात के बावजूद गांव में अब तक स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम नहीं पहुंची है। ग्रामीणों में इस बात को लेकर गहरी नाराजगी और भय का माहौल है। एक स्थानीय ग्रामीण ने नाराजगी जताई: “हमने नगर निगम को, डॉक्टरों को, सबको बताया है... लेकिन अब तक कोई आया नहीं। गांव में डर बना हुआ है... बच्चे और बुजुर्ग घर से बाहर नहीं निकल पा रहे...”

ग्रामीणों की अपील: जल्द हो कार्रवाई

ग्रामीणों का कहना है कि इस रहस्यमयी कीड़े की पहचान और नियंत्रण के लिए तुरंत विशेषज्ञों की टीम भेजी जाए, ताकि मौत का यह सिलसिला थमे और लोग सुकून से जी सकें।

फिलहाल भकरौला गांव मौत के साए में जी रहा है — और प्रशासन की चुप्पी उसे और खतरनाक बना रही है।