सोशल मीडिया बना मौत का जाल: कुशीनगर में इश्क, धोखा और कत्ल की दिल दहला देने वाली वारदात
सोशल मीडिया पर शुरू हुआ एक रिश्ता किस कदर खौफनाक अंजाम तक पहुंच सकता है, इसकी बानगी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में सामने आई है। दुल्हन की तलाश में मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश आया एक युवक इंद्र कुमार तिवारी मौत के जाल में ऐसा फंसा कि उसकी जान ही चली गई।

कुशीनगर/जनमत न्यूज़:- सोशल मीडिया पर शुरू हुआ एक रिश्ता किस कदर खौफनाक अंजाम तक पहुंच सकता है, इसकी बानगी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में सामने आई है। दुल्हन की तलाश में मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश आया एक युवक इंद्र कुमार तिवारी मौत के जाल में ऐसा फंसा कि उसकी जान ही चली गई। यह मामला सिर्फ एक मर्डर नहीं, बल्कि सोच-समझकर रची गई एक खतरनाक साजिश की कहानी है, जिसमें प्यार, धोखा, फरेब और सोशल मीडिया का घातक इस्तेमाल शामिल है।
कैसे खुला अंधे कत्ल का राज?
करीब 20 दिन पहले कुशीनगर के एक सुनसान इलाके में झाड़ियों के बीच से एक अज्ञात युवक का शव बरामद हुआ था। शव की हालत बेहद दर्दनाक थी — गले में चाकू घोंपा गया था, और शरीर पर कई जगह गहरे जख्म के निशान थे। कोई नाम, कोई पहचान नहीं। पुलिस के सामने यह एक ब्लाइंड मर्डर केस बन गया।
लेकिन जैसे कहा जाता है कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कोई न कोई सुराग छोड़ ही देता है। पुलिस ने हाईवे और आसपास के 800 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले। तीन जिलों की पुलिस, साइबर सेल, और SOG की टीम ने मिलकर सेंट्रल पोर्टल पर अज्ञात शवों की डिटेल अपलोड की।
मध्य प्रदेश से जुड़ा कनेक्शन
यहीं से इस केस को पहली बड़ी सफलता मिली। जबलपुर पुलिस ने शव की पहचान की — मृतक का नाम था इंद्र कुमार तिवारी, जो मझौली थाना क्षेत्र का निवासी था। पुलिस को पता चला कि इंद्र हाल ही में कुशीनगर शादी करने के लिए आया था, जिसकी जानकारी सोशल मीडिया पर बनी पहचान के जरिए मिली थी।
खुशी नहीं, साहिबा निकली
इंद्र की सोशल मीडिया पर पहचान हुई 'खुशी तिवारी' नाम की एक युवती से। लेकिन पुलिस जांच में सामने आया कि यह खुशी असल में 'साहिबा बानो' नाम की एक महिला थी, जिसने फर्जी नाम और प्रोफाइल बनाकर इंद्र को प्रेमजाल में फंसाया। प्यार और शादी का झांसा देकर उसे गोरखपुर बुलाया गया, जहां फर्जी शादी रचाने के बाद साहिबा और उसके साथियों ने इंद्र की बेरहमी से हत्या कर दी।
हत्या की क्रूरता चौंकाने वाली
जांच में पता चला कि इंद्र का गला रेता गया, सीने और शरीर पर चाकू से कई वार किए गए और फिर उसकी लाश को झाड़ियों में फेंक दिया गया। पुलिस को शव से कोई आईडी या दस्तावेज नहीं मिला, जिससे उसकी पहचान मुश्किल हो गई थी।
इंद्र की मासूमियत और सोशल मीडिया की सच्चाई
इंद्र तिवारी एक साधारण युवक था, जो जीवनसाथी की तलाश में सोशल मीडिया की दुनिया में गया और वहां एक फर्जी नाम, पहचान और मजहबी छल का शिकार हो गया। जानकारी के अनुसार, उसने कुछ समय पहले प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य जी से मिलकर अपनी शादी की परेशानी साझा की थी। उनका वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था।
पुलिस की कार्रवाई जारी
मुख्य आरोपी साहिबा बानो को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, और पूछताछ जारी है। इस सुनियोजित मर्डर केस में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश भी तेजी से की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।