टड़की गांव में विकास कार्य ठप होने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश 

गांव की टूटी-फूटी सड़कें, जर्जर नालियां और अधूरी बुनियादी सुविधाएं ग्रामीणों की जिंदगी को मुश्किल बना रही हैं। बरसात के दिनों में हालात और भी दयनीय हो जाते हैं — सड़कों पर पानी भर जाता है और गड्ढे जानलेवा साबित होते हैं।

टड़की गांव में विकास कार्य ठप होने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश 
REPORTED BY - GULAM NABI, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

बलरामपुर/जनमत न्यूज। जिले मुख्यालय से करीब 21 किलोमीटर दूर स्थित टड़की गांव में आज भी विकास कार्य ठप पड़े हैं। गांव की टूटी-फूटी सड़कें, जर्जर नालियां और अधूरी बुनियादी सुविधाएं ग्रामीणों की जिंदगी को मुश्किल बना रही हैं। बरसात के दिनों में हालात और भी दयनीय हो जाते हैं — सड़कों पर पानी भर जाता है और गड्ढे जानलेवा साबित होते हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि खराब सड़कों के कारण एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती, जिससे आपात स्थिति में मरीजों को अस्पताल पहुंचाना बेहद कठिन हो जाता है। महिलाओं को प्रसव पीड़ा होने पर ग्रामीणों को खटिया या ठेले पर ले जाने तक की नौबत आ जाती है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार के तमाम दावों के बावजूद गांव में पेयजल, सड़क और नाली जैसी बुनियादी सुविधाएं अभी भी अधूरी हैं। ग्राम प्रधान और सचिव को कई बार अवगत कराने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।

ग्रामीणों ने बताया कि हर चुनाव से पहले नेता विकास के वादे करते हैं, लेकिन जीतने के बाद कोई नहीं लौटता। “बजट तो जारी होता है, लेकिन धरातल पर काम नजर नहीं आता,” ग्रामीणों ने नाराजगी जताई। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क मरम्मत, पेयजल व्यवस्था और नाली निर्माण के कार्य शुरू किए जाएं ताकि उन्हें बुनियादी सुविधाएं मिल सकें।