गंगा का सीना चीरते दो नाव, महीनों से जारी बालू खनन! कोइरौना में प्रशासन बना मूकदर्शक
उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद के कोइरौना थाना क्षेत्र से होकर बहने वाली गंगा नदी में अवैध बालू खनन लगातार जारी है। हैरानी की बात यह है कि इस पूरे घटनाक्रम से प्रशासन पूरी तरह वाकिफ होते हुए भी मौन बना हुआ है।

भदोही/जनमत: उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद के कोइरौना थाना क्षेत्र से होकर बहने वाली गंगा नदी में अवैध बालू खनन लगातार जारी है। हैरानी की बात यह है कि इस पूरे घटनाक्रम से प्रशासन पूरी तरह वाकिफ होते हुए भी मौन बना हुआ है। बारीपुर गंगा घाट से लेकर कलिंजरा तक दो नावों पर प्रतिदिन धड़ल्ले से बालू का परिवहन हो रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह सिलसिला एक-दो दिन नहीं, बल्कि पूरे एक महीने से जारी है। प्रतिदिन दिन-दोपहर खुलेआम गंगा का सीना चीरकर बालू निकाला जा रहा है और उसे नावों के ज़रिए दूसरी ओर पहुंचाया जा रहा है। यह पूरी गतिविधि न केवल नियमों का खुला उल्लंघन है बल्कि गंगा के पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भी गंभीर खतरा बन चुकी है।
सीतामढ़ी क्षेत्र में वर्षों से बालू खनन पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद इस इलाके में जिस तरह से अवैध खनन किया जा रहा है, वह स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है। न तो कोई रोक-टोक है और न ही कोई कार्रवाई। इससे यह संदेह गहराता है कि कहीं इस गोरखधंधे में कुछ प्रभावशाली लोगों की मिलीभगत तो नहीं?
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार शिकायतों के बाद भी प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इससे बालू माफिया के हौसले और बुलंद होते जा रहे हैं। यदि समय रहते इस पर लगाम नहीं लगाई गई, तो न केवल गंगा का स्वरूप बिगड़ेगा बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा व पर्यावरण पर भी गंभीर असर पड़ेगा।