मिर्जापुर में मंदिर को मजार में बदलने को लेकर ग्रामीणों का भारी विरोध

जिले के केड़वर ग्रामसभा में एक गंभीर विवाद उस समय खड़ा हो गया जब हिन्दू समाज के मंदिर को बदलकर मुस्लिम सम्प्रदाय की मजार बनाने का मामला सामने आया। इस घटना से ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।

मिर्जापुर में मंदिर को मजार में बदलने को लेकर ग्रामीणों का भारी विरोध
REPORTED BY - ANAND TIWARI, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

मिर्जापुर/जनमत न्यूज। जिले के केड़वर ग्रामसभा में एक गंभीर विवाद उस समय खड़ा हो गया जब हिन्दू समाज के मंदिर को बदलकर मुस्लिम सम्प्रदाय की मजार बनाने का मामला सामने आया। इस घटना से ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि यह स्थान वर्षों से कारी बाबा की समाधि स्थल के रूप में जाना जाता रहा है, जहाँ हिन्दू समाज पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान करता आ रहा है। मंदिर का निर्माण भी स्थानीय लोगों के सहयोग और चंदे से कराया गया था, जिसका उल्लेख मंदिर परिसर में लगे शिलापट पर स्पष्ट रूप से दर्ज है।

मंदिर की दीवारों पर हिन्दू प्रतीक चिन्ह जैसे मोर और कमल का फूल भी उकेरे गए हैं। विशेष बात यह है कि मंदिर से लगभग 4 से 6 किलोमीटर के दायरे में कोई मुस्लिम आबादी नहीं है। पास में स्थित मेजा बांध की देखरेख सिंचाई विभाग करता है। ऐसे में अचानक मंदिर को मजार में बदल देने की कोशिश ने इलाके में तनाव बढ़ा दिया है।

ग्रामीणों ने बताया कि साबिर नामक व्यक्ति, जो मिर्जापुर शहर का निवासी है और मछली पकड़ने के सिलसिले में बांध पर आता-जाता था, उसने मंदिर के जीर्णोद्धार की बात कहकर ग्रामीणों को सहमत कर लिया। ग्रामीणों ने श्रमदान और चंदा देकर सहयोग किया और मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ। लेकिन अचानक रातों-रात मंदिर को मजार का रूप दे दिया गया और दीवारों पर उर्दू में लिखे पोस्टर चिपका दिए गए।

मामला तब उजागर हुआ जब एकाएक मुस्लिम समाज के लोगों की भीड़ वहाँ पहुँच गई और ग्रामीणों को पूजा-पाठ से रोकने की कोशिश की। यह खबर फैलते ही आस-पास के गाँवों से भारी संख्या में लोग एकत्र हो गए और मंदिर परिसर में सफाई कर विरोध दर्ज कराया। विश्व हिन्दू परिषद के नेतृत्व में तहसील दिवस पर ज्ञापन सौंपा गया और मामले की जांच की मांग उठाई गई।

मंदिर का निर्माण करने वाले राजगीर ने भी स्पष्ट किया कि “यह स्थान निर्जन है और लोग यहाँ दर्शन-पूजा करने आते हैं। पोस्टर रातों-रात लगाए गए हैं। यह किसी अराजक तत्व का काम है, जिसे तुरंत हटाना आवश्यक है।”

ग्रामीण महिला और पुरुष दोनों ने बड़ी संख्या में मंदिर परिसर में पहुँचकर “हर-हर महादेव” के उद्घोष किए। विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष रामचन्द्र शुक्ल ने इसे विधर्मियों की बड़ी साजिश करार देते हुए कहा कि सरकार को इस ओर तत्काल ध्यान देना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। इस पूरे मामले ने ग्रामसभा केड़वर में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन ने कदम नहीं उठाया तो यह विवाद और गंभीर रूप ले सकता है।