मथुरा में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर, दो दर्जन से अधिक गांव व कॉलोनियां जलमग्न
मथुरा जिले में हालात लगातार भयावह होते जा रहे हैं। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर बह रहा है। नदी में पानी बढ़ने की रफ्तार लगभग प्रति घंटा 2 सेंटीमीटर दर्ज की जा रही है।

मथुरा/जनमत न्यूज। यमुना नदी उफान पर है और मथुरा जिले में हालात लगातार भयावह होते जा रहे हैं। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर बह रहा है। नदी में पानी बढ़ने की रफ्तार लगभग प्रति घंटा 2 सेंटीमीटर दर्ज की जा रही है।
लगातार बढ़ते जलस्तर से दो दर्जन से अधिक गांव और दो दर्जन कॉलोनियां जलमग्न हो चुकी हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र चिरंजी नगला गांव है, जहां सैकड़ों घरों में पानी भर गया है और लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। जिला प्रशासन की मदद से नावों के जरिए लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है।
इसी प्रकार तिवारीपुरम, हँसगंज, विशनगंज, वृंदावन और जयसिंहपुरा इलाकों की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है। जयसिंहपुरा में भी सैकड़ों घर पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं।
जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को बाढ़ राहत केंद्रों पर भेजने की व्यवस्था की है। एसडीएम कंचन गुप्ता ने बताया कि यमुना पार के तिवारीपुरम और चिरंजी नगला समेत कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्य कर रहा है।
जानकारों का कहना है कि यदि बारिश कम हुई तो सोमवार से जलस्तर घटने की संभावना है। फिलहाल जिले के निचले हिस्सों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।