सरयू नदी की धारा में समाहित हुए दर्जनों मकान, कटान पीड़ितों ने लगाई मदद की गुहार
पहाड़ों पर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश अब मैदानी इलाकों में तबाही का सबब बनती जा रही है। सरयू नदी की तेज धारा जनपद बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र में कहर बरपा रही है।

बहराइच/जनमत न्यूज। पहाड़ों पर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश अब मैदानी इलाकों में तबाही का सबब बनती जा रही है। सरयू नदी की तेज धारा जनपद बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र में कहर बरपा रही है। महसी के जानकी नगर गांव में बीते तीन दिनों में एक दर्जन से अधिक मकान नदी में समा गए, जबकि किसानों की सौ बीघे से अधिक उपजाऊ जमीन भी कटान की भेंट चढ़ चुकी है।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जानकी नगर में पहले 95 घर थे, लेकिन अब कुछ ही घर बचे हैं। कटान की रफ्तार इतनी तेज है कि लोग खुद ही अपने आशियाने को तोड़ने पर मजबूर हो गए हैं। ग्रामीणों के अनुसार, पिछले वर्ष अचानक सरयू नदी का रुख गांव की ओर मुड़ गया, तभी से यह तबाही लगातार जारी है।
खुले आसमान के नीचे चूल्हे पर खाना बना रही पीड़िता शुशीला ने बताया कि उसका घर और जमीन दोनों नदी में समा चुके हैं और अब उसके पास कुछ भी नहीं बचा। वहीं, अन्य पीड़ित परिवारों ने भी अपनी व्यथा बताते हुए तत्काल राहत और पुनर्वास की गुहार प्रशासन से लगाई है।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द मदद नहीं मिली, तो बाकी बचे घर भी नदी में विलीन हो जाएंगे। कटान के भय से पूरा गांव विस्थापन की कगार पर है। प्रशासन द्वारा किसी स्थायी समाधान की उम्मीद लगाए ग्रामीण फिलहाल अपनी जमा पूंजी और आशियाने खो चुके हैं।