भारत-मॉरीशस समझौता: वाराणसी में पीएम मोदी और पीएम डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की ऐतिहासिक बैठक, जानें 10 बड़े पॉइंट्स
वाराणसी में पीएम मोदी और पीएम रामगुलाम की ऐतिहासिक बैठक में भारत-मॉरीशस के बीच 10 बड़े समझौते हुए। जानें शिक्षा, व्यापार, सुरक्षा और डिजिटल सहयोग पर क्या हुआ निर्णय।
वाराणसी/जनमत न्यूज़:- वाराणसी में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने आपसी सहयोग को और मजबूत करने के लिए कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इन समझौतों से न केवल दोनों देशों के बीच रिश्ते गहरे होंगे, बल्कि विकास, व्यापार और सुरक्षा से जुड़े कई अहम क्षेत्रों को नई दिशा मिलेगी।
वाराणसी समझौते की 10 बड़ी बातें
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संस्कृति का गहरा संबंध – पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय संस्कृति और संस्कार सदियों पहले मॉरीशस पहुंचे और वहां की जीवन-धारा में रच-बस गए। वाराणसी में यह मिलन केवल औपचारिक नहीं, बल्कि आत्मिक है।
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भारत और मॉरीशस परिवार की तरह – दोनों देशों को केवल पार्टनर नहीं, बल्कि परिवार बताया गया। मॉरीशस को भारत की Neighbourhood First Policy और विजन महासागर का महत्वपूर्ण स्तंभ बताया गया।
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चागोस समझौता और संप्रभुता – पीएम मोदी ने मॉरीशस के लोगों को चागोस समझौता संपन्न होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा डीकोलोनाइजेशन और मॉरीशस की संप्रभुता के समर्थन में रहा है।
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स्पेशल इकोनॉमिक पैकेज – भारत ने मॉरीशस की ज़रूरतों और प्राथमिकताओं को देखते हुए विशेष आर्थिक पैकेज देने का फैसला किया। इससे इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार के अवसर मजबूत होंगे।
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डिजिटल कनेक्टिविटी – पिछले साल मॉरीशस में यूपीआई और रुपे कार्ड की शुरुआत हुई थी। अब स्थानीय करेंसी में व्यापार शुरू करने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
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शिक्षा और शोध में सहयोग – IIT मद्रास और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ प्लांटेशन मैनेजमेंट ने यूनिवर्सिटी ऑफ मॉरीशस के साथ MoU साइन किए। इससे शिक्षा, रिसर्च और इनोवेशन को नई ऊंचाई मिलेगी।
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हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा साझेदारी – पीएम मोदी ने कहा कि भारत हमेशा हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा प्रदाता रहा है। दोनों देशों ने ऊर्जा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और व्यापार से जुड़े समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
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100 इलेक्ट्रिक बसें – भारत मॉरीशस को 100 इलेक्ट्रिक बसें देगा। इनमें से 10 बसें पहले ही पहुंच चुकी हैं।
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जन औषधि केंद्र और आयुष अस्पताल – भारत ने मॉरीशस में पहला जन औषधि केंद्र खोला है। इसके अलावा आयुष अस्पताल और वेटरनरी स्कूल एंड एनिमल हॉस्पिटल खोलने में भी भारत मदद करेगा।
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स्थानीय करेंसी में द्विपक्षीय व्यापार – अब भारत और मॉरीशस के बीच व्यापार सीधे लोकल करेंसी में होगा, जिससे डॉलर पर निर्भरता कम होगी।

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