कानपुर पुलिस ने किया डीएम के पिता को शांतिभग में पाबंद
कानपुर पुलिस ने बाराबंकी के जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी के बुजुर्ग पिता, एसएन त्रिपाठी का शांति भंग करने के आरोप में चालान काट दिया है। अब डीएम के पिता पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।

कानपुर/जनमत। यूपी पुलिस के ऊपर सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी अभी शांत भी नही हुआ है कि कानपुर पुलिस ने अपने एक और कारनामें से योगी सरकार की किरकिरी कर दी। कानपुर पुलिस ने बाराबंकी के जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी के बुजुर्ग पिता, एसएन त्रिपाठी का शांति भंग करने के आरोप में चालान काट दिया है। अब डीएम के पिता पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। मगर उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिल रहा है। बुजुर्ग पिता कानपुर पुलिस की कार्रवाई से काफी आहत हैं और उनका कहना है कि पुलिस की कार्रवाई से उनके आत्मसम्मान को चोट पहुंची हैं। उनका कहना है कि जिस मामले में पुलिस ने उनका शांतिभंग में चालान किया है, उस समय वह वहां पर थे ही नहीं। पुलिस ने उनका नाम जबरन लिखा है और उनका चालान काटा है।
बतादें कि कानपुर के कल्याणपुर में रहने वाले 80 वर्षीय एसएन त्रिपाठी, सेवानिवृत्त अध्यापक रहे है। जिनके बेटे शशांक त्रिपाठी एक आईएएस अधिकारी हैं। जोकि वर्तमान में बाराबंकी के डीएम हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से Dm के पिता सदमे में हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने बिना किसी सबूत के उनका चालान कर दिया है। जिससे उनके आत्मसम्मान को गहरी ठेस पहुंची है।
दरअसल, यह पूरा मामला कल्याणपुर इलाके में एक मंदिर को लेकर दो समितियों के बीच विवाद चल रहा है। फरवरी में मंदिर के दानपात्र को खोलने के दौरान दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। जिस वजह से मामला थाने तक पहुंच गया। एसएन त्रिपाठी का आरोप है कि पुलिस ने एक पक्ष की सुनी और रिपोर्ट दर्ज करते समय जबरदस्ती उनका नाम भी डाल दिया। उनका कहना है कि जिस वक्त मंदिर में यह विवाद हुआ, वह वहां मौजूद ही नहीं थे। एसएन त्रिपाठी के अनुसार, पुलिस ने जो शिकायत दर्ज की है उसमें पांच लोगों के नाम लिखे थे, लेकिन उनका नाम हाथ से लिखा गया है। उन्होंने पुलिस से सीसीटीवी फुटेज जांचने की भी मांग की है। उनका कहना है कि बिना किसी सुनवाई के पुलिस ने धारा 151 के तहत शांति भंग का चालान काट दिया, जिसके बाद उन्हें जमानत लेनी पड़ी।
वहीं, इस पूरे मामले पर कल्याणपुर के एसीपी अभिषेक पांडे ने कहा कि, “अगर शिकायत में किसी का नाम गलती से लिखा गया है तो इसकी जांच की जाएगी और लापरवाही पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी”। उन्होंने बताया कि फिलहाल इलाके में शांति व्यवस्था कायम है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।