रायबरेली में 200 वर्ष पुरानी प्राचीन मूर्तियों की चोरी का खुलासा, कथित पत्रकार समेत चार गिरफ्तार
डलमऊ थाना क्षेत्र के रामपुर बरारा गांव स्थित एक निजी मंदिर का ताला तोड़कर अमूल्य और प्राचीन मूर्तियां चोरी कर ली गई थीं। चोरी की सूचना पर पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया था,
रायबरेली से महाताब खान की रिपोर्ट —
रायबरेली/जनमत न्यूज़। जिले में धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली मंदिर चोरी की सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। करीब 200 वर्ष पुरानी भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और माता सीता की प्राचीन मूर्तियों की चोरी में शामिल कथित पत्रकार सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कथित पत्रकार अमन यादव, आयुष त्रिवेदी, शिवांक मिश्रा और अभिषेक यादव के रूप में हुई है। सभी आरोपी संगठित तरीके से चोरी की योजना बनाकर वारदात को अंजाम देने में शामिल बताए जा रहे हैं।
यह घटना 14 दिसंबर की है, जब डलमऊ थाना क्षेत्र के रामपुर बरारा गांव स्थित एक निजी मंदिर का ताला तोड़कर अमूल्य और प्राचीन मूर्तियां चोरी कर ली गई थीं। चोरी की सूचना पर पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया था, जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में गठित टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के विश्लेषण और मुखबिर की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्राचीन मूर्तियों की अत्यधिक कीमत मिलने की उम्मीद में यह अपराध किया गया था। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर चोरी की गई मूर्तियों के साथ नकदी भी बरामद की है। वहीं, गिरोह के एक और सदस्य की तलाश जारी है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
इस सफल खुलासे के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है और पुलिस टीम की कार्रवाई की सराहना की है। फिलहाल पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई में जुटी है।

Janmat News 
