स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, अवैध अस्पतालों और क्लीनिकों पर मारा छापा
जनपद एटा के अलीगंज कस्बे में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध रूप से संचालित अस्पतालों और क्लीनिकों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया।

एक अस्पताल, दो क्लीनिक और एक मेडिकल स्टोर सील, अवैध ऑपरेशन और लापरवाही पर मचा हड़कंप
एटा/जनमत न्यूज। जनपद एटा के अलीगंज कस्बे में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध रूप से संचालित अस्पतालों और क्लीनिकों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने सराय अड्डा क्षेत्र में स्थित अशोका अस्पताल में छापा मारा, जहां अवैध रूप से गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन किए जा रहे थे। छापेमारी के दौरान अस्पताल में दो महिलाएं भर्ती मिलीं, जिनका एक सप्ताह पूर्व ऑपरेशन किया गया था। मरीजों और उनके तीमारदारों में अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल एक गली के सुनसान इलाके में संचालित हो रहा था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर ही कार्रवाई करते हुए अस्पताल को शील कर दिया।
इसी क्रम में टीम अलीगंज के अमरोली गांव पहुंची, जहां डॉ.एस.के. सरकार बंगाली चिकित्सक का क्लीनिक, निर्दोष क्लीनिक और अनुज मेडिकल स्टोर को भी अवैध पाए जाने पर सील कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान क्लीनिक संचालक मौके से फरार हो गए।
फर्जी अस्पताल में भर्ती दोनों मरीजों को अलीगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। मरीज काजल के परिजन ने बताया कि पेट में गांठ के ऑपरेशन के लिए रविवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कार्रवाई का नेतृत्व अपर जिला मलेरिया अधिकारी लोकमन और सीएमएस सुरेश चंद्रा ने किया। टीम ने बताया कि यह कार्रवाई पूर्णतः शिकायत के आधार पर की गई है और आगे भी ऐसी कार्रवाई लगातार की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई ने जिले में संचालित सैकड़ों अवैध अस्पतालों, क्लीनिकों और पैथोलॉजी केंद्रों की हकीकत को उजागर कर दिया है। अधिकतर जगहों पर फायर सेफ्टी मानकों का अभाव, कचरा निस्तारण की व्यवस्था नहीं, फर्जी चिकित्सकों द्वारा इलाज, फर्जी दस्तावेजों पर एनओसी जारी हुआ है।
सूत्रों के अनुसार पंजीकरण के समय डिग्रीधारी चिकित्सकों के नाम पर अस्पताल खोले जाते हैं, लेकिन इलाज फर्जी डॉक्टर करते हैं। इन अवैध अस्पतालों में लापरवाही का स्तर इस हद तक है कि बिना मान्यता और मूलभूत सुविधाओं के ऑपरेशन तक किए जा रहे हैं। यह जनता की जान के साथ सीधा खिलवाड़ है।
अपर जिला मलेरिया अधिकारी लोकमन ने स्पष्ट किया कि “शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। जो मरीज अशोका अस्पताल में भर्ती थे, उन्हें सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है। अमरोली गांव में भी दो अवैध क्लीनिक और एक मेडिकल को सील किया गया है।”