राहुल गांधी का लखनऊ कोर्ट में सरेंडर, सेना मानहानि मामले में मिली जमानत
भारतीय सेना पर कथित अपमानजनक टिप्पणी मामले में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को लखनऊ की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। कोर्ट ने उन्हें 20 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है।

लखनऊ/जनमत न्यूज़ :- भारतीय सेना पर कथित अपमानजनक टिप्पणी मामले में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को लखनऊ की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। कोर्ट ने उन्हें 20 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है।
राहुल गांधी ने एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट आलोक वर्मा के समक्ष व्यक्तिगत रूप से पेश होकर सरेंडर किया और ज़मानत याचिका दाखिल की। कोर्ट ने उनकी याचिका स्वीकार करते हुए उन्हें राहत दी।
यह मामला दिसंबर 2022 में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान दिए गए एक बयान से जुड़ा है। उन्होंने 9 दिसंबर 2022 को अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर हुई भारत-चीन झड़प का हवाला देते हुए कहा था:"लोग भारत जोड़ो यात्रा के बारे में सवाल पूछते हैं, लेकिन कोई यह नहीं पूछता कि चीनी सैनिक हमारे जवानों की पिटाई कैसे कर रहे हैं।"
इस बयान पर आपत्ति जताते हुए सीमा सड़क संगठन (BRO) के सेवानिवृत्त निदेशक उदय शंकर श्रीवास्तव ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का परिवाद दायर किया था। उनका आरोप था कि इस बयान से भारतीय सेना की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है और यह राष्ट्र के सैनिकों का अपमान है।
राहुल गांधी इस मामले की पहले पांच सुनवाइयों में अनुपस्थित रहे थे। इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मई 2025 में उनकी याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें उन्होंने मानहानि मामला और कोर्ट के समन आदेश को चुनौती दी थी। कोर्ट की सख्ती के बाद मंगलवार को राहुल गांधी लखनऊ कोर्ट में पेश हुए।
राहुल गांधी के बयान के बाद भारतीय सेना ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा था कि, "चीनी सैनिकों ने अतिक्रमण की कोशिश की थी, जिसका भारतीय सेना ने साहसपूर्वक और मुंहतोड़ जवाब दिया। झड़प के बाद चीनी सैनिक पीछे हट गए थे।"