कतर्नियाघाट के घड़ियाल प्रजनन केंद्र की केंद्रीय वन मंत्री ने की सराहना, गेरुआ नदी में छोड़े घड़ियाल
उत्तर प्रदेश के बहराइच स्थित कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग की जैव विविधता और संरक्षण प्रयासों को केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने अपने एकदिवसीय दौरे के दौरान 'विश्वस्तरीय' बताया।

सीएम योगी के पर्यावरण संरक्षण मॉडल को मिली केंद्रीय स्तर पर सराहना, गंगेटिक डॉल्फिन और नौका विहार से मंत्रमुग्ध हुए मंत्री भूपेंद्र यादव
बहराइच/जनमत न्यूज। उत्तर प्रदेश के बहराइच स्थित कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग की जैव विविधता और संरक्षण प्रयासों को केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने अपने एकदिवसीय दौरे के दौरान 'विश्वस्तरीय' बताया। मंत्री ने ट्रांस गेरुआ स्थित घड़ियाल प्रजनन केंद्र का निरीक्षण किया और वहाँ से घड़ियालों को गेरुआ नदी में छोड़ा। उन्होंने नौका विहार करते हुए गैंगेटिक डॉल्फिन के दुर्लभ दर्शन का भी अनुभव लिया।
केंद्रीय मंत्री ने कहाकि “हम भारत ही नहीं, विश्व के कई देशों का भ्रमण कर चुके हैं, लेकिन कतर्नियाघाट जैसी प्राकृतिक सुंदरता कहीं नहीं देखी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मन में प्रकृति के प्रति सच्चा प्रेम है। हम इस संरक्षण मॉडल को पूरे देश में लागू करने का प्रयास करेंगे।”
केंद्रीय मंत्री ने घड़ियाल संरक्षण के प्रयासों की तारीफ की और अधिकारियों से कहा कि इस क्षेत्र में इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सशक्त सुझाव दें। उन्होंने यह भी कहा कि “हर नागरिक को 'माँ के नाम एक पेड़' जरूर लगाना चाहिए, यह प्रकृति से जुड़ने का सबसे सरल और सशक्त उपाय है।”
मंत्री ने गेरुआ नदी में नौका विहार के दौरान न सिर्फ घड़ियालों को छोड़ा बल्कि गैंगेटिक डॉल्फिन के दुर्लभ दीदार से भी अभिभूत नजर आए। कतर्नियाघाट अब केवल वन्यजीव संरक्षण का ही नहीं, बल्कि प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों का भी पसंदीदा गंतव्य बनता जा रहा है।