ट्रांसपोर्टकर्मी हत्याकांड का इनामी बदमाश मुठभेड़ में गिरफ्तार, दोनों पैर में गोली
शाहजहांपुर में 28 अप्रैल को बच्चों के विवाद में ट्रांसपोर्टकर्मी की गोली मारकर कर हत्या कर दी गई थी। इस घटना में दो भाई भी घायल हुए थे। स्वजनों ने हत्याकांड में काफी हंगामा किया था और पुलिस से आरोपितों के एनकाउंटर की मांग की थी।

शाहजहांपुर/जनमत: शाहजहांपुर में 28 अप्रैल को बच्चों के विवाद में ट्रांसपोर्टकर्मी की गोली मारकर कर हत्या कर दी गई थी। इस घटना में दो भाई भी घायल हुए थे। स्वजनों ने हत्याकांड में काफी हंगामा किया था और पुलिस से आरोपितों के एनकाउंटर की मांग की थी। शाहजहांपुर पुलिस ने हत्याकांड में शामिल एक इनामी को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है।
आपको बता दे बच्चों के विवाद में ट्रांसपोर्टकर्मी की गोली मारकर हत्या करने वाले इनामी आरोपित की रविवार सुबह पुलिस से मुठभेड़ हो गई। आरोपित के पैर में गोली लगी है, जबकि सिपाही के हाथ में गोली लगी है। दोनों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।अजीजगंज निवासी कमलेश ट्रांसपोर्ट पर काम करते थे। उनके बेटे रौनक का एक सप्ताह पहले मोहल्ले के ही शेरू के बेटे से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था।
28 अप्रैल को कमलेश व शेरू आमने−सामने आए तो कहासुनी हो गई थी। शेरू ने अपने चाचा रामनिवास उसके बेटे सुमित व मोहल्ले के ही रामकिशोर व एक अन्य युवक को बुला लिया था और कमलेश की पिटाई कर दी थी। उनके भाई जितेंद्र व अखिलेश मौके पर पहुंचे तो आरोपितों ने तीनों भाइयों को गोली मार दी थी। कमेलश की उसी दिन लखनऊ में मृत्यु हो गई थी। जबकि जितेंद्र व अखिलेश का इलाज चल रहा। शेरू ने क्रास मुकदमा कराने के लिए अपने पिकअप लोडर में आग लगा दी थी।
रविवार सुबह शेरू को साउथ सिटी से कुछ दूरी पर पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। उसके दोनों पैरों में गोली लगी है। सिपाही दीपेंद्र चौधरी के हाथ में गोली लगी है। दोनों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
25 हजार का इनाम किया था घाेषित । एसपी राजेश द्विवेदी ने शेरू की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था। इस प्रकरण में रामनिवास व उसका बेटा सुमित घटना के दो दिन बाद ही जेल भेज दिए गए थे।