चार वर्षों की अनदेखी के बाद जिलाधिकारी की पहल से विधवा प्रेमा देवी को मिला सरकारी योजनाओं का लाभ
आखिरकार चार साल बाद सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सका। यह संभव हुआ जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के त्वरित हस्तक्षेप से, जिन्होंने मात्र 24 घंटे के भीतर कार्रवाई कर महिला की सहायता सुनिश्चित की।

रायबरेली/जनमत न्यूज। रायबरेली के खीरों थाना क्षेत्र के अजीतपुर गांव निवासी विधवा प्रेमा देवी को आखिरकार चार साल बाद सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सका। यह संभव हुआ जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के त्वरित हस्तक्षेप से, जिन्होंने मात्र 24 घंटे के भीतर कार्रवाई कर महिला की सहायता सुनिश्चित की।
प्रेमा देवी के पति स्वर्गीय शिव बहादुर सिंह की मृत्यु वर्ष 2021 में नेपाल में हो गई थी। लेकिन इतने वर्षों तक किसी अधिकारी ने उनकी सुध नहीं ली। विभागीय लापरवाही और अधिकारियों की उदासीनता के कारण वह दर-दर भटकती रहीं।
मामला जब जिलाधिकारी के संज्ञान में आया, तो उन्होंने तुरंत आदेश जारी करते हुए मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कराया, साथ ही विधवा पेंशन और मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत उनके दो बच्चों के लिए प्रति माह ₹2,500-₹2,500 की आर्थिक सहायता स्वीकृत कराई।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने संबंधित खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि प्रेमा देवी की पात्रता की जांच कर उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी शीघ्र उपलब्ध कराया जाए।
यह प्रकरण स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि कैसे जिला प्रशासन की सक्रियता और संवेदनशीलता किसी जरूरतमंद को वर्षों की पीड़ा से राहत दिला सकती है।