डॉ. अंजना सिंह सेंगर के गजल संग्रह “यादों की रियासत” का मॉरीशस राष्ट्रपति ने किया लोकार्पण

जिले के बहुचरा ग्राम की बहू और साहित्यकार डॉ. अंजना सिंह सेंगर के गजल संग्रह “यादों की रियासत” का भव्य लोकार्पण मॉरीशस गणराज्य के राष्ट्रपति धरमवीर गोकुल जीसीएस द्वारा किया गया।

डॉ. अंजना सिंह सेंगर के गजल संग्रह “यादों की रियासत” का मॉरीशस राष्ट्रपति ने किया लोकार्पण
REPORTED BY - VIKAS GUPTA, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

प्रतापगढ़/जनमत न्यूज। जिले के बहुचरा ग्राम की बहू और साहित्यकार डॉ. अंजना सिंह सेंगर के गजल संग्रह “यादों की रियासत” का भव्य लोकार्पण मॉरीशस गणराज्य के राष्ट्रपति धरमवीर गोकुल जीसीएस द्वारा किया गया। यह आयोजन मॉरीशस के विश्व हिंदी सचिवालय में विश्व संगीत दिवस के अवसर पर संपन्न हुआ।

इस मौके पर भारत के उप उच्चायुक्त विमर्श आर्यन, विश्व हिंदी सचिवालय की महासचिव डॉ. माधुरी रामधारी, उप महासचिव डॉ. शुभंकर मिश्र, आर्य नेता उदय नारायण गंगू सहित अमेरिका, तंजानिया, यूएई, भारत समेत अनेक देशों के साहित्यकार, लेखक और मॉरीशस सरकार के मंत्री एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

लोकार्पण के दौरान राष्ट्रपति धरमवीर गोकुल ने गजल संग्रह की सराहना करते हुए कहा कि डॉ. अंजना की रचनाएं उत्कृष्ट हैं और इन्हें और आगे ले जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि “यादों की रियासत” की गजलें मन को सुकून देने वाली हैं। साथ ही गजल लेखन पर कार्यशाला आयोजित करने का सुझाव भी दिया।

डॉ. अंजना सिंह सेंगर ने बताया कि उन्होंने मॉरीशस, दुबई, फ्रांस, मलेशिया, इंडोनेशिया, म्यांमार सहित कई देशों में साहित्यिक कार्यक्रमों में प्रस्तुति दी है। उनका कहना है कि विदेशों में हिंदी साहित्य को लेकर गहरा लगाव देखने को मिलता है।

उन्होंने छंदबद्ध रचनाओं की महत्ता पर बल देते हुए कहा कि साहित्य साधना में समय लगता है, इसलिए आजकल सरल विधा में लेखन को अधिक महत्व दिया जा रहा है जिससे छंदबद्ध साहित्य का खजाना धीरे-धीरे लुप्त हो रहा है। वह चाहती हैं कि नई पीढ़ी इन रचनाओं को समझे और संरक्षित करे।

साहित्य लेखन के लिए केंद्र सरकार की सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाली डॉ. अंजना सिंह सेंगर की अब तक सात पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं जिनमें मन के पंख, जुगनू की जंग, जनमानस के महाराज, विदग्ध वनदेवी, अगर तुम मुझसे कह देते जैसी कृतियां शामिल हैं। उनकी रचनाओं के लिए उन्हें 60 से अधिक सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। इसके पहले उनके गजल संग्रह अगर तुम मुझसे कह देते को उत्तर प्रदेश सरकार का फिराक गोरखपुरी सम्मान भी प्राप्त हो चुका है।