लॉर्ड्स टेस्ट में हार के बाद शुभमन गिल पर अनिल कुंबले की टिप्पणी – "कप्तान को थोड़ा अलग रवैया अपनाना चाहिए था"

भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में जहां टीम इंडिया को 22 रनों से करीबी हार झेलनी पड़ी, वहीं भारतीय कप्तान शुभमन गिल के व्यवहार और रणनीति को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है। इस मैच के दौरान इंग्लैंड के ओपनर जैक कॉली से जुबानी झड़प को लेकर गिल सुर्खियों में रहे।

लॉर्ड्स टेस्ट में हार के बाद शुभमन गिल पर अनिल कुंबले की टिप्पणी – "कप्तान को थोड़ा अलग रवैया अपनाना चाहिए था"
Published By- A.K. Mishra

स्पोर्ट्स डेस्क/जनमत न्यूज़:- भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में जहां टीम इंडिया को 22 रनों से करीबी हार झेलनी पड़ी, वहीं भारतीय कप्तान शुभमन गिल के व्यवहार और रणनीति को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है। इस मैच के दौरान इंग्लैंड के ओपनर जैक कॉली से जुबानी झड़प को लेकर गिल सुर्खियों में रहे। अब इस पर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

कुंबले ने स्टार स्पोर्ट्स के शो 'फॉलो द ब्लूज' पर बातचीत के दौरान कहा कि शुभमन गिल का कॉली के साथ टकराव भले ही गलत नहीं था, लेकिन एक कप्तान के तौर पर उनका तरीका थोड़ा अलग और संयमित होना चाहिए था।

कुंबले ने कहा, "हां, मुझे लगता है कि गिल ने टीम का नेतृत्व ठीक किया। उन्होंने अपनी भूमिका निभाने की कोशिश की। लेकिन कप्तान के रूप में ऐसे टकरावों को अलग तरीके से संभालने की जरूरत होती है। शुभमन अभी युवा हैं, उन्हें इससे सीखने का मौका मिलेगा।"

पूर्व स्पिनर ने गिल की प्रेस कॉन्फ्रेंस को संतुलित और व्यावसायिक बताया। उन्होंने कहा कि गिल ने मुश्किल सवालों को अच्छी तरह हैंडल किया और किसी एक घटना को हार की वजह नहीं ठहराया। हालांकि, उन्होंने माना कि विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत का रनआउट मैच का टर्निंग प्वाइंट था।

"पंत का रनआउट भारत की पहली पारी में निर्णायक मोड़ था। दोनों टीमों का स्कोर 387 रन पर बराबर था, और यदि पंत थोड़ी देर और टिक जाते, तो हम पहली पारी में बढ़त ले सकते थे," कुंबले ने कहा।

इंग्लैंड दौरे पर शुभमन गिल की बल्लेबाज़ी शानदार रही है। अब तक वे दो शतक और एक दोहरा शतक जड़ चुके हैं। लेकिन लॉर्ड्स टेस्ट में उनका प्रदर्शन फीका रहा। उन्होंने पहली पारी में 16 और दूसरी पारी में महज़ 6 रन बनाए।

कुंबले ने इस पर कहा, "शुभमन अपनी बल्लेबाज़ी से निश्चित रूप से निराश होंगे। जिस तरह की फॉर्म में वो हैं, उन्हें चौथे दिन क्रीज़ पर टिके रहना था, ताकि पांचवें दिन वो टीम के लिए बड़ी भूमिका निभा सकें।"